अमीन सयानी भारत के एक मशहूर रेडियो संचालक या अनाउन्सर तथा देश के चोटी के रेडियों उद्घोषक हैं। रेडियों पर आने वाले बिनका गीत माला को अमीन सयानी अपनी खनकती आवाज के साथ पेश करते थे, जिसे लोग नहीं भूले है। उन्होने कई विदेशी रेडियों कार्यक्रमों के लिए भी अपनी आवाज दी है। वह अब तक 50 हजार से ज्यादा कार्यक्रमों और करीब 20 हजार जिंगल कर चुके है। 1992 में उन्हे लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड ने पर्सन ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया। 2009 में उन्हे पद्मश्री से सम्मानित किया गया। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको अमीन सयानी की जीवनी – Ameen Sayani Biography Hindi के बारे में बताएगे।
अमीन सयानी की जीवनी – Ameen Sayani Biography Hindi
जन्म
अमीन सयानी का जन्म 21 दिसंबर 1932 में बंबई( अब मुंबई), महाराष्ट्र, भारत में हुआ था।
शिक्षा
उन्होने अपनी शुरुआती शिक्षा न्यू ईरा स्कूल में की थी जिसमें प्राथमिकी स्तर में गुजराती माध्यम का उपयोग होता था। 5वीं कक्षा से अंग्रेजी पर अधिक जोर दिया जाता था अमीन सयानी ने अपनीशिक्षा Scindia School से प्राप्त की। इसके बाद उन्होने अपनी उच्च शिक्षा St. Xavier’s College से प्राप्त की।
करियर
उन्होंने अंग्रेजी उद्घोषणा से अपने करियर की शुरुआत की थी। लेकिन जब वे आकाशवाणी के हिन्दी प्रभाग के लिए ऑडिशन देने गए तो उनसे कहा गया कि उनके उच्चारण में अंग्रेजी और गुजराती का आभास आता है। मगर अमीन सयानी उन लोगों में से नहीं थे, जो हतोत्साहित हो जाते और एक वक्त ऐसा भी आया, जब वे भारत के हर-दिल-अजीज रेडियो प्रस्तोता बन गए।
पटकथा लेखक राकेश आनंद बख्शी ने अपनी नई किताब ‘लेट्स टॉक आन एयर : कन्वर्सेशन विद रेडियो प्रजेंटर्स’ में अमीन सयानी के वृत्तांत का जिक्र किया गया है। उन्होने कई विदेशी रेडियों कार्यक्रमों के लिए भी अपनी आवाज दी है। वह अब तक 50 हजार से ज्यादा कार्यक्रमों और करीब 20 हजार जिंगल कर चुके है। 1992 में उन्हे लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड ने पर्सन ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया। 2009 में उन्हे पद्मश्री से सम्मानित किया गया।