Bapu Nadkarni भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी थे। वे बाएं हाथ के बल्लेबाज और बायें हाथ के स्पिनर थे। वे मुख्य रूप से एक इकोनॉमिकल गेंदबाज होने के लिए जाने जाते है। 1955 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने भारत की तरफ से 41 टेस्ट मैचों में 1414 रन बनाए और 88 विकेट लिए। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको बापू नाडकर्णी की जीवनी – Bapu Nadkarni Biography Hindi के बारे में बताएगे।
बापू नाडकर्णी की जीवनी – Bapu Nadkarni Biography Hindi
जन्म
बापू नाडकर्णी का जन्म 4 अप्रैल 1933 को नासिक में हुआ था। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं।
खेल करियर
न्यूजीलैंड के खिलाफ दिल्ली में 1955 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट मैच भी इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 1968 में एमएके पटौदी की अगुवाई में ऑकलैंड में खेला था। उन्हें हालांकि लगातार 21 ओवर मेडन करने के लिए याद किया जाता है। बापू नाडकर्णी ने इंग्लैंड की टीम के खिलाफ लगातार 21 ओवर बिना कोई रन दिए फेंके थे, जो आज तक एक अटूट वर्ल्ड रिकॉर्ड है। मद्रास (अब चेन्नई) टेस्ट मैच में उनका गेंदबाजी विश्लेषण 32-27-5-0 था। उन्हें किफायती गेंदबाजी करने के लिए जाना जाता था। पाकिस्तान के खिलाफ 1960-61 में कानपुर में उनका गेंदबाजी विश्लेषण 32-24-23-0 और दिल्ली में 34-24-24-1 था।
नाडकर्णी बाएं हाथ के बल्लेबाज और बायें हाथ के स्पिनर थे। उन्होंने भारत की तरफ से 41 टेस्ट मैचों में 1414 रन बनाए और 88 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 43 रन देकर छह विकेट रहा। वह मुंबई के शीर्ष क्रिकेटरों में शामिल थे। उन्होंने 191 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिसमें 500 विकेट लिए और 8880 रन बनाये।
रोचक जानकारी
- बापू नाडकर्णी ने 16 दिसंबर 1955 को न्यूजीलैंड के खिलाफ दिल्ली में अपना टेस्ट डेब्यू किया था।
- इसके बाद से उन्होंने साल 1968 तक टीम इंडिया के लिए कल 41 टेस्ट मैच खेले, जिनकी 65 पारियों में उन्होंने 88 विकेट अपने नाम किए।
- हैरान करने वाली बात ये है कि उनके करियर का इकॉनमी रेट 1.7 रन प्रति ओवर है। वहीं, बतौर बल्लेबाज बापू नाडकर्णी ने 1414 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और 7 अर्धशतक शामिल हैं।
- बापू नाडकर्णी ने इंग्लैंड की टीम के खिलाफ लगातार 21 ओवर बिना कोई रन दिए फेंके थे, जो आज तक एक अटूट वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
मृत्यु
Bapu Nadkarni की मृत्यु 17 जनवरी 2020 को हुई।