भगवंतराव मंडलोई एक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री थे। 1970 में राष्ट्रपति ने उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया। वे 1 जनवरी 1957 से 30 जनवरी 1957 और 12 मार्च 1962 से 29 सितंबर 1963 तक राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने 1957 का आम चुनाव जीतकर अविभाजित मध्य प्रदेश विधान सभा के खंडवा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपकोभगवतराव मंडलोई की जीवनी -Bhagwantrao Mandloi Biography Hindi के बारे में बताएगे।
भगवतराव मंडलोई की जीवनी -Bhagwantrao Mandloi Biography Hindi
जन्म
भगवतराव मंडलोई का जन्म 10 दिसंबर 1892 को खंडवा में हुआ था। उनके पिता का नाम पं.अन्नाभाऊ मंडलोई और उनकी माता का नाम नत्थूबाई मंडलोई था।
शिक्षा
भगवत राव मंडलोई ने मैट्रिक की शिक्षा सागर, बी.ए. की पढ़ाई जबलपुर और इलाहबाद से एलएलबी शिक्षा प्राप्त की थी।
करियर
- भगवत राव मंडलोई ने 1917 में वकालत शुरू की।
- 1919 से 1922 तक नगर पालिका के सदस्य के रूप में कार्य किया।
- 1922 से 1925 तक वे नगर पालिका उपाध्यक्ष रहे।
- 1925 से 1933 और 1944 से 1948 तक अध्यक्ष रहे।
- 1939 में व्यक्तिगत सत्याग्रह और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भाषण देते हुए घंटाघर चौक से ही गिरफ्तारका लिया गया था। भगवतराव मंडलोई की जीवनी -Bhagwantrao Mandloi Biography Hindi
- वे 1947 में संविधान निर्माण सभा के सदस्य रहे। पुराने और नए मध्यप्रदेश में 1936 में एमएलसी और 1947, 1952, 1957 तथा 1962 में कांग्रेस के विधायक एवं राजस्व, खाद्य-आपूर्ति, स्थानीय शासन, शिक्षा एवं उद्योग विभाग में मंत्री रहे।
- भगवत राव मंडलोई 1 जनवरी 1957 से 30 जनवरी 1957 और 12 मार्च 1962 से 29 सितंबर 1963 तक राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने 1957 का आम चुनाव जीतकर अविभाजित मध्य प्रदेश विधान सभा के खंडवा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।
- 1962 में पंडित रविशंकर शुक्ल के निधन के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने।
- 1970 में राष्ट्रपति ने उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया।
मृत्यु
3 नवंबर 1977 को भगवत राव मंडलोई की मृत्यु हो गई थी।