हरियाणा के दूसरे राज्यपाल रहे बीरेंद्र नारायण चक्रवर्ती राज्यपाल होने के साथ-साथ भारतीय सिविल सेवक, राजनीतिज्ञ रहे थे. आज इस आर्टिकल में हम आपको बीरेंद्र नारायण चक्रवर्ती की जीवनी – Birendra Narayan Chakraborty Biography Hindi के बारे में बताने जा रहे हैं.
बीरेंद्र नारायण चक्रवर्ती की जीवनी – Birendra Narayan Chakraborty Biography Hindi
जन्म
बीरेंद्र नारायण चक्रवर्ती का जन्म 20 दिसंबर 1960 में हुआ था.
शिक्षा और योगदान
उन्होंने कोलकाता के स्कॉटिश चर्च कॉलेज में भाग लिया और कोलकाता के विश्वविद्यालय में अपनी शिक्षा जारी ररखी. इसके अलावा उन्होंने 1926 में रसायन विज्ञान से बीएससी के लिए यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में प्रवेश लिया. लंदन में स्कूल ऑफ ओरिएंटल स्टडीज में भारतीय सिविल सेवा की परीक्षा1928 में पास की.
उसके बाद में 1929 में आई सी एस में सहायक कलेक्टर और मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किए गए. इसके बाद 1930 में उन्हें संयुक्त मजिस्ट्रेट और डिप्टी कलेक्टर के रूप में पदोन्नत किया गया जिसके बाद जून 1935 में उनको अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश के रूप में भी नियुक्त किया गया.
फरवरी 1936 में उनको पूर्ण मजिस्ट्रेट और कलेक्टर के रूप में पदोन्नत किया गया और अप्रैल 1944 में बंगाल सरकार के वित्त विभाग के साथ एक संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया के रूप में नियुक्त किए गए. सन 1945 में उनको बर्थडे ऑनर्स सूची में ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एंपायर(OBE) के अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया
भारतीय स्वतंत्रता के बाद में 15 मार्च 1967 से उनको हरियाणा के राज्यपाल का कार्यभार सौंपा गया.
निधन
बीरेंद्र नारायण चक्रवती का निधन 71 वर्ष की आयु में 26 मार्च 1976 को हुआ था और उस समय वे हरियाणा के दूसरे राज्यपाल के कार्यकारी के रूप में कार्य कर रहे थे.