देवेन वर्मा भारतीय सिनेमा में हिन्दी फ़िल्मों के जाने -माने हास्य अभिनेता थे। उन्होने फिल्मों में अपनी अदाकारी से दर्शकों को गुदगुदाने के लिए मजबूर कर दिया था। 1961 में आई फिल्म धर्मपुत्र से हिन्दी सिनेमा में कदम रखा। उन्होने अंगूर, हलचल, गोलमाल, खट्टा मीठा, कोरा कागज, कभी कभी जैसी लगभग 149 फ़िल्मों में काम किया। देवेन अशोक कुमार के दामाद थे। दाना पानी, बेशरम, बड़ा कबूतर और नादान जैसी फिल्मों का निर्देशन किया। उन्हे तीन बार फिल्मफेयर बेस्ट कॉमेडियन अवॉर्ड से नवाजा गया। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको देवेन वर्मा की जीवनी – Deven Verma Biography Hindi के बारे में बताएगे।
देवेन वर्मा की जीवनी – Deven Verma Biography Hindi
जन्म
देवेन वर्मा का जन्म 23 अक्टूबर 1937 को कच्छ, गुजरात में हुआ था और उनका पालन-पोषण पुणे में हुआ था। उनके पिता बलदेव सिंह वर्मा का चांदी का कारोबार था। उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता स्वर्गीय अशोक कुमार की बेटी रूपा गांगुली से शादी की।
शिक्षा
देवेन वर्मा ने राजनीति और समाजशास्त्र में ऑनर्स के साथ स्नातक की उपाधि नोरोज वाडिया कॉलेज फॉर आर्ट्स एंड साइंस, पुणे विश्वविद्यालय से 1953 से लेकर 1957 में अध्ययन की।
करियर
उन्होने 1961 में आई फिल्म धर्मपुत्र से हिन्दी सिनेमा में कदम रखा। यह फिल्म बी. आर. चोपड़ा के बैनर तले फ़िल्म बनीथी। इसका निर्देशन यश चोपड़ा ने किया था। इस फ़िल्म में उनका छोटा-सा रोल था, जिस पर किसी ने अधिक ध्यान नहीं गया। 1964 में आई फ़िल्म ‘सुहागन’ में उनके अभिनय पर निर्माताओं की नजरें इनायत हुईं। ‘देवर’ फ़िल्म में उनका निगेटिव रोल था, तो दूसरी फ़िल्म ‘मोहब्बत जिंदगी है’ में उन्होंने हास्य भूमिका निभाई। दोनों फ़िल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता पाई।
यह समय देवेन वर्मा के लिए निर्णायक था। उन्हें कॉमेडी या खलनायकी में से किसी एक को चुनना था। उन्होंने कॉमेडी की ओर अपनी दिलचस्पी दिखाई। देवेन वर्मा के अभिनय की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि वे बड़ी आसानी से किरदार को अपने अंदर उतार लेते थे। वह फ़िल्मी जीवन में सिर्फ अभिनय करने ही नहीं आए थे। उन्हें निर्माता-निर्देशक बनकर अपनी अतिरिक्ति ऊर्जा को भी दर्शाना था।
फिल्में
- धर्मपुत्र 1961
- आज और कल 1963
- गुमराह 1963
- सुहागन 1964
- कव्वाली की रात 1964
- अनुपमा 1966
- खामोशी 1970
- गुड्डी 1971
- बुड्ढा मिल गया 1971
- मेरे अपने 1971
- अन्नदाता 1972
- धुंध 1973
- कोरा कागज 1974
- चोरी मेरा काम 1975
- कभी कभी 1976
- चोर के घर चोर 1978
- गोलमाल 1979
- लोक परलोक 1979
- सौ दिन सास के 1980
- जुदाई 1980
- कुदरत 1981
- लेडिस टेलर 1981
- सिलसिला 1981
- अंगूर 1982
- रंग बिरंगी 1983
- झूठी 1986
- चमत्कार 1992
- क्या कहना 2000
- खट्टा मीठा 1977
पुरस्कार
- फ़िल्म फ़ेयर पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता (चोरी मेरा काम) – 1975
- फ़िल्म फ़ेयर पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता (अंगूर) – 1982
- फ़िल्म फ़ेयर पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता (चोर के घर चोरी) – 1979
- फ़िल्म फ़ेयर पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता के लिए नामांकित किया गया (जुदाई) – 1980
मृत्यु
देवेन वर्मा की मृत्यु 77 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने के कारण 2 दिसम्बर, 2014 को हुआ।