डॉ सीमा राव देश की पहली और एकमात्र महिला कमांडो ट्रेनर है, जिन्होंने ब्रूस ली के स्टूडेंट ग्रैंड मास्टररिचर्डसे ब्रूस बस्टिलो से ब्रूस ली आर्ट का प्रशिक्षण लिया है। बीते दो दशकों में मेहमान ट्रेनर के तौर पर वह भारतीय सेनाओं के 20000 जवानों को निशुल्क प्रशिक्षण दे चुकी है। मार्शल साइंस में पीएचडी, क्लोज क्वार्टर बैटल एक्सपर्ट डॉ सीमा मानती है कि स्त्रियों को अपने भीतर छिपी ताकत को पहचानने की जरूरत है। डॉ सीमा राव के समर्पण एवं जज्बे को देखते हुए हाल ही में राष्ट्रपति द्वारा उन्हें शक्ति सम्मान से भी नवाजा गया है। तो आइए आज इस आर्टिकल में आपको डॉ० सीमा राव की जीवनी- Dr. Seema Rao Biography Hindi के बारे में बताएंगे।
डॉ० सीमा राव की जीवनी- Dr. Seema Rao Biography Hindi
जन्म
डॉ सीमा राव का जन्म मुंबई के बांद्रा में हुआ था। उनके पिता का नाम प्रोफेसर रमाकांत था और वे एक स्वतंत्रता सेनानी थे। उनके पिता ने गोवा को पुर्तगालियों से आजाद कराने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके पति का नाम दीपक राव है।
शिक्षा
- डॉ सीमा राव ने मार्शल साइंस में पीएचडी, हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से इम्यूनोलॉजी और डोएन यूनिवर्सिटी से लाइफ़स्टाइल मेडिसिन का कोर्स किया। उन्होंने वेस्टमिन्स्टर बिजनेस स्कूल से लीडरशिप की पढ़ाई की।
- सीमा राव को पानी, ऊंचाई, अकेलेपन जैसे कई चीजों से डर लगता था उन्होंने सोचा कि डर के साथ पूरा जीवन व्यतीत करने से अच्छा है कि उस पर जीत हासिल करनी चाहिए। इस तरह उन्होंने हाई ऑल्टीट्यूड का अनुभव लेने के लिए आर्मी के हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट से पर्वतारोहण का कोर्स किया।
- पानी से डर को दूर करने के लिए अमेरिका के पैड़ी (पीएडीआई) से स्कूबा डीप सी डाइविंग कोर्स किया।
- आग से लड़ने के लिए फायर फाइटर बनी और अकेलेपन से जीतने के लिए जंगल सर्वाइवल कोर्स किया।
- उन्होंने ताइक्वांडो के साथ क्रव मागा की ट्रेनिंग ली। वे आज अनआर्म्ड कॉम्बैट में 7 डिग्री एवं इजरायल क्रव बागा में फर्स्ट डिग्री की ब्लैक होल्डर है अपने फोकस को सुधारने के लिए एयर राइफल शूटिंग सीखी थी ।
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करियर
- राव मेडिकल की पढ़ाई करने के बाद डॉक्टर के रूप में प्रैक्टिस करना चाहती थी, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था अधिकारियों को उनकी अनआर्म्ड कॉम्बैट स्किल्स के बारे में मालूम था उन्होंने उनके सामने प्रस्ताव रखा कि वे क्यों न एक डेमो दे, इस तरह डेमो देने के बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग देने शुरू कर दी। लोगों की मुंह जुबानी इतना प्रचार हो गया कि उन्हें अन्य फोर्सेज का प्रशिक्षित करने का अवसर मिलने लगा।
- पने पति मेजर दीपक राव के साथ मिलकर उन्होंने 20000 सैनिकों को आधुनिक क्लोज क्वार्टर बैटल का प्रशिक्षण दिया है।
- सीमा राव जी ने भारतीय वायु सेना के स्काइडाइविंग पाठ्यक्रम द्वारा अपने लिए पैरा विंग्स अर्जित किये।
- वे एक लड़ाकू शूटिंग प्रशिक्षक, सेना के पर्वतारोहण संस्थान एचएमआई की पदक विजेता, और मिलिट्री मार्शल आर्ट में 7वीं डिग्री की ब्लैकबेल्ट हैं।
- वह दुनियाभर के उन कुछ प्रशिक्षकों में से एक हैं जिन्हें जीत कुन डो सिखाने के लिए अधिकृत किया गया है।
- वह श्रीमती भारत विश्व सौंदर्य प्रतियोगिता की फाइनलिस्ट भी रह चुकी है।
- वह एक पेशेवर मार्शल मुकाबला प्रतिपादक हैं जिनके वंश के निशान रिचर्ड बुस्तिललो , तक जाते हैं जोकि महान ब्रूस ली की कला जीत कुन डो के मूल शिष्य हैं।
- उन्हें भारत की पहली महिला कमांडो ट्रेनर के रूप में संबोधित किया जाता है। उनके महिलाओं की सुरक्षा पर कई लेख प्रकाशित हैं।
सम्मान
- सीमा राव के समर्पण और जज्बे को देखते हुए राष्ट्रपति द्वारा उन्हें नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया।
- उन्हें वर्ल्ड पीस अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है।