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डॉ वर्जीनिया अपगार की जीवनी – Dr. Virginia Apgar Biography Hindi

आज इस आर्टिकल में हम आपको डॉ वर्जीनिया अपगार की जीवनी – Dr. Virginia Apgar Biography Hindi के बारे में बताएगे

डॉ वर्जीनिया अपगार की जीवनी – Dr. Virginia Apgar Biography Hindi

डॉ वर्जीनिया अपगार की जीवनी

डॉ वर्जीनिया अपगार एक अमेरिकी प्रसूति एनेस्थेटिस्ट थी। डॉ वर्जीनिया 1949 में प्रतिष्ठित कोलंबिया यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ फिज़िशियंस एंड सर्जंस में प्रोफेसर बनने वाली पहली महिला थी। डॉ अपगार और उनके साथियों ने 1950 के दौरान अमेरिका में शिशु मृत्यु दर के बढ़ने के दौरान कई हजार नवजात बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में पता लगाया। 1960 तक, किसी बच्चे के पैदा होने के 24 घंटे के अंदर उसके स्वास्थ्य का पता लगाना बेहद आसान हो गया। वे संज्ञाहरण और टेराटोलॉजी के क्षेत्र में एक अग्रणी थीं, उन्हें  Apgar Score बनाने के लिए जाना जाता है, इसके माध्यम से नवजात शिशु के स्वास्थ्य का त्वरित आंकलन किया जाता है।

जन्म

डॉ वर्जीनिया अपगार का जन्म 7 जून, 1909 को न्यू जर्सी के वेस्टफील्ड में हुआ था। उनके पिता बीमा कार्यकारी थे, लेकिन शौकिया आविष्कारक और खगोलविद भी थे। डॉ वर्जीनिया अपगार को विज्ञान में गहरी रूचि पिता के कारण मिली।

शिक्षा और करियर – डॉ वर्जीनिया अपगार की जीवनी

  • डॉ वर्जीनिया अपगार ने 1925 में वेस्टफील्ड हाई स्कूल से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की।
  • वे डॉक्टर बनना चाहती थीं। जिसके लिए उन्होंने 1929 में माउंट होलीओक कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, वहां उन्होंने शरीर विज्ञान और रसायन शास्त्र के साथ प्राणीशास्त्र का अध्ययन किया।
  • 1933 में उन्होंने कोलंबिया यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ फिजीशियन एंड सर्जन (पीएंडएस) से अपनी कक्षा में चौथे स्थान पर स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
  • 1937 में वर्जीनिया ने पीएंडएस में शल्य चिकित्सा की पढ़ाई पूरी की।
  • कोलंबिया-प्रेस्बिटेरियन मेडिकल सेंटर में शल्य चिकित्सा के अध्यक्ष डॉ. एलन व्हाइपल ने डॉ वर्जीनिया अपगार को सर्जन के रूप में अपना करियर जारी रखने से निराश किया, क्योंकि उन्होंने कई महिलाओं की सफल सर्जरी करने का प्रयास किया था, जो असफल रही। उन्होंने उन्हें एनेस्थेसियोलॉजी का अभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि उन्हें लगा कि सर्जरी को आगे बढ़ाने के लिए बेहोश करने के तरीक़े में प्रगति की आवश्यकता थी और महसूस किया कि उनके पास महत्वपूर्ण योगदान करने के लिए “ऊर्जा और क्षमता” थी।
  • एनेस्थेसियोलॉजी में अपने करियर को जारी रखने का फैसला लेते हुए उन्होंने विस्कॉन्सिन-मैडिसन विश्वविद्यालय में डॉ. राल्फ वाटर्स के साथ छह माह तक प्रशिक्षण लिया, जहां उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रथम बेहोशी विभाग की स्थापना की।
  • इसके बाद में उन्होने बेलेव्यू अस्पताल न्यूयॉर्क में डॉ. अर्नेस्ट रोवेनस्टीन के साथ और छह महीने के लिए प्रशिक्षण लिया।
  • उन्हें 1937 में एनेस्थेसियोलॉजिस्ट के लिए प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
  • 1938 में एनेस्थेसिया के लिए गठित नए विभाग के निदेशक के रूप में पीएंडएस में लौट आयीं। हालांकि, उनकी शिक्षा वहां समाप्त नहीं हुई, उन्होंने जॉन्स हॉपकिंस स्कूल ऑफ हाइजीन और पब्लिक हेल्थ में पब्लिक हेल्थ प्रोग्राम के मास्टर में दाखिला लिया
  • और 1959 में मास्टर की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

अपगार स्कोर Apgar Score क्या होता है

अपगार स्कोर नवजात बच्चों के स्वास्थ्य को जल्दी से शिशु मृत्यु दर के खिलाफ संक्षेप में प्रस्तुत करने की एक विधि है।  न्यूयॉर्क-प्रेस्बिटेरियन अस्पताल के एक एनेस्थेसियोलॉजिस्ट वर्जीनिया अपगर ने 1952 में बच्चों पर प्रसूति संबंधी संज्ञाहरण के प्रभावों को निर्धारित करने के लिए स्कोर विकसित किया।

Apgar स्कोर 0 से 2 के पैमाने पर पांच सरल मानदंडों पर नवजात बच्चे का मूल्यांकन करके निर्धारित किया जाता है, फिर प्राप्त किए गए पांच मानों को जोड़ दिया जाता है।

परिणामी अपगार अंक शून्य से लेकर 10. तक होता है।

पांच मानदंडों को एक वर्णक्रमीय (रूप, पल्स, ग्रिमस, गतिविधि, श्वसन) बनाने के लिए चुने गए शब्दों का उपयोग करके संक्षेप में प्रस्तुत किया जाता है।

  • A से appearance – दिखावट (त्वचा का रंग)
  • P से pulse – (दिल की धड़कन)
  • G से grimace प्रतिक्रिया है – (grimace response)
  • A से activity- (मस्ल टोन)
  • R से respiration – (श्वास दर)

 – एक्टिविटी(मसल टोन)

0 लंगड़ाहट, कोई गतिविधि नहीं
1 हाथ और पाँव में कुछ मुड़ाव
2 एक मिनट में कम से कम 100 धड़कन

– पल्स (धड़कन)

0 कोई धड़कन नहीं
1 एक मिनट में 100 से कम धड़कन
2 एक मिनट में 100 धड़कन

 – दिखावट (रंग)

0 बच्चे का पूरा शरीर नीले सिलेटी या पीले रंग का
1 शरीर में अच्छा रंग साथ में हाथ और पाँव में नीला सा रंग
2 हर जगह अच्छा रंग

– सांस लेना

0 सांस नहीं ले रहा है
1 धीमे रो रहा है, अनियमित सांस लेना
2 अच्छी तरह से रोना, और सांस भी नियमित होनी

पुस्तक

1972 में डॉ वर्जीनिया अपगार ने ‘Is My Baby All Right?’ नामक एक पुस्तक लिखने में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।

इस पुस्तक में जन्म के दौरान होने वाली समस्याएं और उनके समाधान को स्पष्ट किया गया है।

 

सम्मान – डॉ वर्जीनिया अपगार की जीवनी

गूगल डूडल  ने डॉ वर्जीनिया अपगार के 109वें जन्मदिन के अवसर पर बनाया गया।

एक गूगल डूडल बनाया जिसे 7 जून, 2013 को गूगल के होमपेज पर एक खास डूडल दिखाई दिया।

डॉ वर्जीनिया अपगार को ‘अपगार स्कोर’ बनाने के लिए जाना जाता है।

इसके जरिए नवजात शिशु के स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियों का पता लगाया जाता है।

गूगल के ऐनिमेटेड डूडल में डॉ वर्जीनिया को एक लेटर पैड और पेन पकड़े हुए दिखाया गया है, जिसमें वह डूडल में बने एक नवजात शिशु के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी नोट कर रही हैं।डॉक्टर डॉ वर्जीनिया अपगार और उनके साथियों ने 1950 के दौरान अमेरिका में शिशु मृत्यु दर के बढ़ने के दौरान कई हजार नवजात बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में पता लगाया।

1960 तक, किसी बच्चे के पैदा होने के 24 घंटे के अंदर उसके स्वास्थ्य का पता लगाना बेहद आसान हो गया।

मृत्यु

डॉ वर्जीनिया अपगार की मृत्यु 65 वर्ष की आयु में सिरोसिस के कारण 7 अगस्त, 1974 को मेनहट्टन, न्यूयॉर्क शहर में हुई थी।

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Sonu Siwach

नमस्कार दोस्तों, मैं Sonu Siwach, Jivani Hindi की Biography और History Writer हूँ. Education की बात करूँ तो मैं एक Graduate हूँ. मुझे History content में बहुत दिलचस्पी है और सभी पुराने content जो Biography और History से जुड़े हो मैं आपके साथ शेयर करती रहूंगी.

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