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गोपाल कृष्ण देवधर की जीवनी – Gopal Krishna Deodhar Biography Hindi

गोपाल कृष्ण देवधर (English – Gopal Krishna Deodhar) भारत के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता तथा सेवक थे। गोपाल कृष्ण गोखले के साथ “भारत सेवक समाज” की स्थापना में गोपाल कृष्ण देवधर ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया था।

महात्मा गाँधी द्वारा स्थापित ‘अखिल भारतीय अस्पृश्यता निवारण संघ’ के प्रादेशिक अध्यक्ष का पद गोपाल कृष्ण जी ने आजीवन सम्भाला था।

गोपाल कृष्ण देवधर की जीवनी – Gopal Krishna Deodhar Biography Hindi

Gopal Krishna Deodhar Biography Hindi
Gopal Krishna Deodhar Biography Hindi

संक्षिप्त विवरण

नामगोपाल कृष्ण देवधर
पूरा नामगोपाल कृष्ण देवधर
जन्म 21 अगस्त 1871
जन्म स्थानपुणे, महाराष्ट्र
पिता का नाम
माता का नाम
राष्ट्रीयता भारतीय
धर्म
हिन्दू
जाति
 ब्राह्मण

जन्म

Gopal Krishna Deodhar का जन्म  21 अगस्त 1871 ई. को महाराष्ट्र के पुणे में चितपावन ब्राह्मण परिवार में हुआ था।

शिक्षा

गोपाल कृष्ण देवधर ने अपनी शिक्षा फ़र्ग्युसन कॉलेज, पुणे से 1897 में स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उन्हें अच्छी नौकरी मिल सकती थी, लेकिन सेवा की भावना के कारण उन्होंने ‘आर्यन एजुकेशन सोसाइटी’, मुम्बई में 22 रुपये प्रतिमाह के वेतन पर अध्यापक बनना स्वीकार किया।

योगदान

गोपाल कृष्ण देवधर 1904 में गाँधीजी के राजनीतिक गुरु गोपाल कृष्ण गोखले के सम्पर्क में आए और 1905 में ‘भारत सेवक समाज’ की स्थापना हुई।

गोपाल कृष्ण गोखले के साथ “भारत सेवक समाज” की स्थापना में गोपाल कृष्ण देवधर ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया था। यह संस्था देश और समाज की सेवा में जीवन समर्पित करने वाले व्यक्तियों के सपरिवार भरण-पोषण का दायित्व अपने ऊपर लेती रही है।

राजनीतिक गतिविधियों के प्रति गोपाल कृष्ण देवधर की रुचि नहीं थी। वे सेवा का अवसर जहां भी देखते, वहीं पहुंच जाते।

1906 में जब पुणे में प्लेग जैसी ख़तरनाक बीमारी ने महामारी का रूप ले लिया था, तब देवधर जी ने अपनी परवाह किये बिना दिन-रात रोगियों की सेवा की। महिलाओं के उत्थान के लिये ‘सेवा-सदन’ की स्थापना में उन्होंने रमाबाई रानाडे को पूरा सहयोग दिया।

1921 में मोपला विद्रोह में सताए हुए लोगों की सहायता करने में भी वे आगे रहे।

अध्यक्ष

गोपाल कृष्ण देवधर ने ‘आल इंडिया सोशल कांफ्रेंस’ के 1929 के लखनऊ और 1933 के मद्रास अधिवेशन की अध्यक्षता की।

सहकारी आंदोलन के लिये कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से ‘बम्बई कोऑपरेटिव इंस्टीट्यूट’ की स्थापना उन्होंने की थी।

महात्मा गाँधी की प्रेरणा से स्थापित ‘अखिल भारतीय अस्पृश्यता निवारण संघ’ के वे जीवन पर्यंत प्रादेशिक अध्यक्ष रहे थे।

 मृत्यु

गोपाल कृष्ण देवधर की मृत्यु 1935 ई. में हुई।

Sonu Siwach

नमस्कार दोस्तों, मैं Sonu Siwach, Jivani Hindi की Biography और History Writer हूँ. Education की बात करूँ तो मैं एक Graduate हूँ. मुझे History content में बहुत दिलचस्पी है और सभी पुराने content जो Biography और History से जुड़े हो मैं आपके साथ शेयर करती रहूंगी.

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