भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पंजाब इकाई के एक राजनेता थे। वे पंजाब के 13 वें मुख्यमंत्री थे और उन्होंने 31 अगस्त 1995 से 21 नवंबर 1996 तक यह पद संभाला था। उन्होंने मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की जगह ली। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको हरचरण सिंह बराड़ के जीवन के बारे में बताएगे।
हरचरण सिंह बराड़ की जीवनी – Harcharan Singh Brar Biography Hindi
जन्म
हरचरण सिंह बराड़ का जन्म 21 जनवरी 1919 को श्री मुख्तार साहिब और कोट कपूरा से बलवंत सिंह के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 16 पर सराय नगा गाँव में हुआ था। उन्होने गुरबिंदर कौर बराड़ से शादी की है। उनका बेटा कंवरजीत सिंह बराड़, जो मुक्तसर से विधायक और एक बेटी कंवलजीत कौर भी हैं।
शिक्षा
हरचरण सिंह बराड़ ने गवर्नमेंट कॉलेज, लाहौर से स्नातककी शिक्षा ग्रहण की थी।
करियर
हरचरण सिंह बराड़ पांच बार पंजाब विधानसभा के सदस्य थे। वे 1960-62 में मुक्तसर से और 1962-67 और 1992-97 में दोबारा निर्वाचित हुए 1967-72 में गिद्दड़बाहा और 1969-74 में कोटकपूरा में पंजाब विधानसभा के सदस्य रहे। उन्होने फरवरी 1977 से सितंबर 1977 तक ओडिशा के राज्यपाल और 24 सितंबर 1977 से 9 दिसंबर 1979 तक हरियाणा के राज्यपाल के रूप में कार्य किया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के बाद पंजाब और हरियाणा सचिवालय के बाहर चंडीगढ़ में हुए विस्फोट के बाद 31 अगस्त 1995 को उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला। उन्हें फ़रीदकोट ज़िले से बाहर मुक्तसर और मोगा जिलों के निर्माण का श्रेय दिया जाता है। हरचरण सिंह बराड़ ने सिंचाई और बिजली मंत्री और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के रूप में भी काम किया है।
मृत्यु
हरचरण सिंह बराड़ की 90 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद 6 सितंबर, 2009 को उनके पैतृक गांव सराय नागा में उनकी मृत्यु हो गई।