हरिता कौर दयाल भारतीय वायुसेना के विमान से अकेले उड़ान भरने वाली पहली महिला विमान चालक थीं। हरिता कौर दयाल भारत की पहली महिला भारतीय वायुसेना पायलट भी थी। उन्होने अपनी पहली उड़ान 2 सितंबर 1994 को भरी थी जब 22 साल की थी। तो आर्टिकल में हम आपको हरिता कौर दयाल की जीवनी – Harita Kaur Deol Biography Hindi के बारे में बताएंगे।
हरिता कौर दयाल की जीवनी – Harita Kaur Deol Biography Hindi
जन्म
हरिता कौर दयाल का जन्म 25 दिसंबर 1972 को पंजाब प्रांत के चंडीगढ़ में हुआ था। वह एक सिख परिवार से संबंध रखती थी।
प्रशिक्षण
चंडीगढ़ से अपनी परीक्षा पूरी करने के बाद वे वायु सेना अकादमी में प्रारंभिक प्रशिक्षण में प्रवेश किया। यहां पर प्रशिक्षण लेने के बाद में उन्होंने हैदराबाद के नजदीक डंडीगुल के येलहांका वायुसेना स्टेशन में एयरलिफ्ट कोर्स प्रशिक्षण प्रतिष्ठान (एएलएफटीई) में आगे प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
करियर
- 1993 में हरिता कौर दयाल ने एसएससी अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया। वायु सेना में शामिल होने वाली पहली सात महिला कैंडिडेट में से एक थी ।
- 2 दिसंबर 1994 को एविरो एचएस.748 को अकेले अपनी पहली उड़ान भरी। इस दिन हरिता दयाल ने अकेले विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट के रूप में एक इतिहास लिख दिया था। इस दौरान उनकी उम्र महज 22 वर्ष थी।
- हरिता दयाल ने भारत में महिलाओं के प्रशिक्षण के लिए परिवहन पायलटों के रूप में एक महत्वपूर्ण चरण को भी चिन्हित किया।
मृत्यु
25 दिसंबर 1996 को नेल्लोर, आंध्र प्रदेश में एक विमान दुर्घटना में उनका निधन हो गया।