ज्योति रंधावा (English – Jyoti Randhawa) एक भारतीय पेशेवर गोल्फर हैं।
वह पहले भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने एशिया में ‘आर्डर ऑफ मेरिट’ जीता है।
विश्व गोल्फ रैंकिंग में वह सबसे ज्यादा रैंकिंग पाने वाले द्वितीय भारतीय खिलाड़ी हैं। वह एशियन टूर पर खेलते हैं, जहां उन्होंने 1998 और 2009 के बीच आठ बार जीत हासिल की।
2004 से 2009 के बीच कई बार वे आधिकारिक वर्ल्ड गोल्फ रैंकिंग में शीर्ष 100 में स्थान पर रहे।
विश्व के 100 सर्वश्रेष्ठ गोल्फ खिलाड़ियों में ज्योति रंधावा का नाम भी है। विश्व रैकिंग में जीव मिल्खा सिंह के पश्चात् उनकी द्वितीय सबसे ऊची रैकिंग है।
ज्योति रंधावा की जीवनी – Jyoti Randhawa Biography Hindi

संक्षिप्त विवरण
नाम | ज्योति रंधावा |
पूरा नाम | ज्योतिंदर सिंह रंधावा |
जन्म | 4 मई 1972 |
जन्म स्थान | दिल्ली, भारत |
पिता का नाम | – |
माता का नाम | – |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
जाति | रंधावा |
जन्म
ज्योति रंधावा का जन्म 4 मई 1972 को दिल्ली, भारत में हुआ था। उनका पूरा नाम ज्योतिंदर सिंह रंधावा है।
रंधावा का विवाह अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह के साथ हुआ। उनके बेटे का नाम जोरावर रंधावा है।
अप्रैल 2014 में इस जोड़े का तलाक हो गया और उनके बेटे की custody चित्रांगदा को दे दी गई।
हाइट
ज्योति रंधावा की हाइट 6 फुट 0 इंच (1.85 m)
करियर
उन्होंने गोल्फ से जुड़ने का निर्णय तब लिया, जब उन्होंने 1986 में राष्ट्रीय सब-जूनियर खिताब जीता था।
इसके पश्चात् 1993 में ज्योति ने ‘ऑल इंडिया अमेचर चैंपियनशिप’ जीत ली और अगले वर्ष गोल्फ के प्रोफेशनल खिलाड़ी बन गए।
रंधावा 1994 में पेशेवर बने। वह एशियन टूर में खेलते हैं।
ज्योति एशियाई पी.जी.ए. टूर के नियमित खिलाड़ी हैं । उन्होंने वहां लगातार सफलता अर्जित की है।
1998 तथा 1999 में ज्योति ने ‘हीरो होंडा मास्टर्स’ में विजय प्राप्त की।
फिर वर्ष 2000 में उन्होंने ‘इंडियन ओपन’ जीत लिया। वर्ष 2000 में ही उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहली सफलता अर्जित की।
उन्होंने इसी वर्ष ‘सिंगापुर ओपन’ जीत लिया और एशिया में ‘ऑर्डर ऑफ मेरिट’ ख़िताब जीतने वाले प्रथम भारतीय बन गए ।
ज्योति रंधावा की इस वर्ष हुई इन लगातार सफलताओं के कारण उन्हें अपने क्षेत्र में अत्यधिक प्रशंसा मिली, जिसके कारण उन्हें ‘प्लेयर्स प्लेयर ऑफ द ईयर’ चुना गया ।
2002 में, वह एशियाई टूर मनी की सूची में शीर्ष स्थान पर रहे।
यूरोपीय टूर पर उनका सबसे अच्छा समापन 2004 के जॉनी वॉकर क्लासिक में दूसरे स्थान पर है।
वर्ष 2005 में ज्योति ‘जानी वॉकर क्लासिक’ में एडम स्काट से हार गए और द्वितीय स्थान पर रह गए, लेकिन उनके अच्छे प्रदर्श के कारण उन्हें वर्ष 2006 के लिए यूरोपियन टूर कार्ड मिल गया ।
उन्होने 8 मार्च 2009 में थाइलैंड ओपन ख़िताब जीता।
2005 से 2010 तक वे यूरोपियन टूर में खेलते रहे।
विवाद
उन्हें 26 दिसंबर 2018 को कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य में लुप्तप्राय जानवरों और पक्षियों के अवैध शिकार के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
उनके पास से एक .22 राइफल व जंगल में कैंप करने का अन्य सामान बरामद किया गया था।