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करुणेश कुमार शुक्ला की जीवनी – Karunesh Kumar Shukla Biography Hindi

आज इस आर्टिकल में हम आपको करुणेश कुमार शुक्ला की जीवनी – Karunesh Kumar Shukla Biography Hindi के बारे में बताएगे।

करुणेश कुमार शुक्ला की जीवनी – Karunesh Kumar Shukla Biography Hindi

करुणेश कुमार शुक्ला की जीवनी
करुणेश कुमार शुक्ला की जीवनी

(English – Karunesh Kumar Shukla)करुणेश कुमार शुक्ला एक भारतीय वकील है।

जोकि राम मंदिर का केस लड़ रहे है।

संक्षिप्त विवरण

 

नामकरुणेश कुमार
पूरा नामकरुणेश कुमार शुक्ला
जन्म1991मे
जन्म स्थानउत्तर प्रदेश
पिता का नाम
माता का नाम
राष्ट्रीयता भारतीय
धर्म हिन्दू
जाति ब्राह्मण

जन्म

Karunesh Kumar Shukla का जन्म उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले मे एक छोटे से गाँव मे एक ब्राह्मण परिवार मे 1991मे हुआ।

उनका परिवार बहुत ही धर्मिक होने के कारण बच्चे के ऊपर भी धर्मिक संस्कारो का असर बचपन से ही रहा है ।

शिक्षा – करुणेश कुमार शुक्ला की जीवनी

बचपन की शिक्षा-दीक्षा सरस्वती शिशु मंदिर मे हुयी, जिसकी वजह से बाल्यकालीन से संघ के सक्रिय स्वयंसेवक रहे और उसी समय से संघ के बड़े प्रचारको के करीबी रहे।मैट्रिक की परीक्षा पास हो जाने के बाद, पूर्व निश्चित रूप से बालक को अयोध्या नगरी में आश्रम मे रहने के लिये भेज दिया गया।जहां पर रहकर उन्होने सिद्ध पीठ हनुमान गढी़ से दीक्षा प्राप्त करके मंदिर की सेवा तथा अपने गुरु चरणो की सेवा मे तल्लीन रहे ।

जहां पर बह्मचारी रुप मे रहते हुये, राम चरित मानस ग्रंथ पर तीन वर्षो तक श्री राममंगल दास जी महाराज से गहन अध्ययन किया ।इसके साथ मे वे वेदान्त, गीत गोबिंद, भक्तमाल की शिक्षा अयोध्या स्थित पंचमुखी हनुमान जी मंदिर से प्राप्त कि तथा एक सफल एवं विद्वान कथावाचक बने।

एक अच्छे कथावाचक के तौर पर समाज मे काफी पैसे ,मान -सम्मान , गुरु परमपरा से गुरु गद्दी की मंहथी, मंदिर की करोडो़ की धन, सम्पति जो अयोध्या से लेकर बिहार के प्रसिद्ध “पचारी स्टेट” की सम्पदा, अन्य राज्यो मे भी मंदिर की सारी ऐसो आराम की जिन्दगी इस बालक को रास नही आ रही थी।क्योंकि हिन्दू धर्म की रक्षा की जो कसम उन्होने नागापनी के वक्त खायी थी वो पूरी होते हुये नही दिख रही थी ।

अततः अंदर ही अंदर अयोध्या से बाहर निकलने का निर्णय ले लिया।

और उन्होने राम मंदिर निर्माण के लिये स्वपन देखना बंद न करके, जमीनी स्तर पर काम करने के लिये उन्होने
खुद ही कानून की पढ़ाई की ।

करियर

और वर्ष 2015 मे खुद को एक वकील के तौर पर रजिस्टर करवाया

इसके बाद मे, देश के सर्वोच्य न्यायालय मे वकालत की शुरुआत की , जहां पर राम जी के मंदिर का केस
चल रहा था, जो कि उनके जीवन का उदेश्य था।

अभी तक अनवरत रुप से ही भगवान की सेवा मे लगे हुये है और अब परम् आदरणीय हमारे संगठन के
संरक्षक श्री महंत धर्मदास जी महाराज के सानिध्य मे राम मंदिर का केस लड़ रहे है।

वह राम मंदिर बनाने के लिए प्रतिबद्ध थे और इसलिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली एनसीआर के
अन्य न्यायालयों में कानून का अभ्यास शुरू किया।

जैसा की हम सभी जानते की राम मंदिर देश के 100 करोड़ हिन्दुओ की आस्था से जुडा है हिन्दुओ का आत्मसम्मान देश की शान है।जिस वजह से आज लगभग सभी समाचार पत्रो, प्रिंट मीडिया के माध्यम से हम सभी उनको देख और सुन रहे है।

योगदान – करुणेश कुमार शुक्ला की जीवनी

उन्होने गन्ना किसानो के लिये एक मशीन का अविष्कार भी किया, जिससे गन्ना किसानो को गन्ने की खेती मे काफी
मदत मिलेगी ।

इसके साथ ही उन्होने मिशन ह्यूमेनिटी ग्रुप नाम से एक एन. जी. ओ. का गठन किया है, जो पूरे देश मे फैला हुआ है,
हजारो की संख्या मे लोग जुड़े है और जुड़ रहे है ।

प्रिय करुणेश शुक्ला जी मानवता वादी है तथा विकास वाद मे विश्वास करते है ।

Karunesh Kumar Shukla is an advocate in Supreme Court of India who is also advocate
for Mahant Dharmadas jee in M. Siddiqui Vs M. Suresh Das and Ors. Case popularly known as Ramjanmabhoomi Case. But his life was not simple.

But soon he reliased he need to do groundwork so he left the temple and started pursuing law to fight legal battle for Ram Temple. He was committed to make Ram Temple and so he did start practicing law in Supreme Court and other courts of Delhi NCR.

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