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लीला सेठ की जीवनी – Leila Seth Biography Hindi

आज इस आर्टिकल में हम आपको लीला सेठ की जीवनी – Leila Seth Biography Hindi के बारे मे बताएगे।

लीला सेठ की जीवनी – Leila Seth Biography Hindi

लीला सेठ भारत में उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश बनने वाली पहली
महिला
थीं।

दिल्ली उच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश बनने का श्रेय भी उन्ही को ही
जाता है।

वे देश की पहली ऐसी महिला भी थीं, जिन्होंने लंदन बार परीक्षा में शीर्ष स्थान
प्राप्त किया।

महिलाओं के साथ भेद-भाव के मामले, संयुक्त परिवार में लड़की को पिता की सम्पति का बराबर की हिस्सेदारी
बनाने और पुलिस हिरासत में हुई राजन पिलाई की मौत की जांच जैसे मामलो में उनकी महतवपूर्ण भूमिका रही है।

जन्म

लीला सेठ का जन्म लखनऊ में अक्टूबर 1930 में हुआ। बचपन में पिता की मृत्यु के बाद बेघर होकर विधवा माँ के सहारे पली-बढ़ी और मुश्किलों का सामना करती हुई उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश के पद तक पहुचने का सफ़र एक महिला के लिये कितना संघर्ष-मय हो सकता है, इसका अनुमान लगाया जा सकता है।

भारत की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रही लीला ने अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखक विक्रम सेठ की माँ हैं।

भारत के 15 वे विधि आयोग की सदस्य बनने और कुछ चर्चित न्यायिक मामलो में विशेष योगदान के कारण
लीला सेठ का नाम विख्यात है।

शिक्षा

लन्दन में 1958 में  कानून की परीक्षा में उन्होने टॉप किया।

न्यायमूर्ति लीला की शादी पारिवारिक माध्यम से बाटा-कंपनी में सर्विस करने वाले प्रेम के साथ हुई।

उस समय लीला सेठ ने स्नातक भी नहीं थी, बाद में प्रेम को इंग्लैंड में नौकरी के लिये जाना पड़ा तो वह साथ में
चली गई और वही से स्नातक किया।

कुछ समय बाद उनके पति को भारत लौटना पड़ा, तो लीला ने यहाँ आ कर वकालत करने की ठानी,
उस समय जब नौकरियों में बहुत कम महिलाएँ होती थी।

कोलकाता में उन्होने वकालत की शुरुआत की।

लेकिन बाद में पटना में आकर उन्होने वकालत शुरू की।

1959 में उन्होने बार में दाखिला लिया और पटना के बाद दिल्ली में वकालत की।

उन्होने वकालत के दौरान बड़ी तादात में इनकम टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्सिस ड्यूटी और कस्टम संबंधी मामलो के
अलावा सिविल कंपनी और वैवाहिक मुकदमे भी किये।

करियर

योगदान

लीला सेठ ने कई संस्थाओं, बोर्डों, कमिशनों में अपना महत्त्व पूर्ण योगदान दिया हैं

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय सेंटर, द नेशनल नॉलेज सेंटर, द पॉपुलर फ़ाउण्डेशन ऑफ़ इण्डिया, लेडी श्रीराम कॉलेज,
मॉडर्न स्कूल बसंत विहार, मेयो कॉलेज से भी जुड़ी हुई थी ।

लीला जी को बागवानी का बहुत शोक था, और काफ़ी एजेंसियों के माध्यम से वे सामाजिक कार्यों से भी जुड़ी हुई थी ।

किताबें

मृत्यु

5 मई 2017 को नोएडा मे लीला सेठ का देहांत हो गया ।

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