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महेश भट्ट की जीवनी – Mahesh Bhatt Biography Hindi

आज इस आर्टिकल में हम आपको महेश भट्ट की जीवनी – Mahesh Bhatt Biography Hindi के बारे में बताएगे।

महेश भट्ट की जीवनी – Mahesh Bhatt Biography Hindi

महेश भट्ट की जीवनी
महेश भट्ट की जीवनी

(English – Mahesh Bhatt)महेश भट्ट भारतीय फिल्म डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और स्क्रिप्ट लेखक है।

उन्होने 1974 में फिल्म मंज़िलें और भी हैं से अपने निर्देशन कार्य की शुरुआत की थी।

उनके द्वारा निर्देशित फ़िल्म सारांश (1984) को मॉस्को अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म
उत्सव में दिखाया गया था

और साथ ही इसके कहानी लिखने के कारण इन्हें सर्वश्रेष्ठ कहानी का फ़िल्मफेयर पुरस्कार भी मिला।

वे मुकेश भट्ट के साथ फिल्‍म प्रोडक्‍शन हाऊस ‘विशेष फिल्‍मस’ के सह-मालिक हैं।

वे यूएस नानप्राफिट टीचएड्स के सलाहकार मंडल के सदस्‍य भी हैं।

संक्षिप्त विवरण

 

नाममहेश भट्ट
पूरा नाममहेश भट्ट
जन्म 20 सितंबर 1948
जन्म स्थानबॉम्‍बे (अब मुंबई), महाराष्ट्र, भारत
पिता का नामनानाभाई भट्ट
माता का नामशिरीन मोहम्‍मद अली
राष्ट्रीयता भारतीय
धर्म
जाति

जन्म – महेश भट्ट की जीवनी

Mahesh Bhattका जन्‍म 20 सितंबर 1948 को बॉम्‍बे (अब मुंबई) में हुआ था।

उनके पिता का नाम नानाभाई भट्ट और मां का नाम शिरीन मोहम्‍मद अली है।

भट्ट के पिता गुजराती ब्राह्मण थे और उनकी मां गुजराती शिया मुस्लिम थीं।

उनके भाई मुकेश भट्ट भी भारतीय फिल्‍म निर्माता हैं।

महेश भट्ट ने किरन भट्ट (लॉरेन ब्राइट) से शादी की थी जिनसे उनकी मुलाकात स्‍कूल के दौरान ही हुई थी।

इनके दो बच्‍चे हैं- पूजा भट्ट और राहुल भट्ट।

उनके किरन के साथ रोमांस से ही प्रेरित होकर उन्‍होंने फिल्‍म ‘आशिकी’ बनाई लेकिन शुरूआती करियर में आई कठिनाईयों और परवीन बॉबी से चले उनके अफेयर की वजह से यह शादी ज्‍यादा दिनों तक नहीं टिक पाई।

बाद में भट्ट अभिनेत्री सोनी राजदान के प्‍यार में पड़ गए और उनसे शादी कर ली।

इनके भी दो बच्‍चे हैं- शाहीन भट्ट और आलिया भट्ट।

शिक्षा

महेश भट्ट की स्‍कूली पढ़ाई डॉन बोस्‍को हाई स्‍कूल, माटुंगा से हुई थी।

स्‍कूल के दौरान ही उन्‍होंने पैसा कमाने के लिए समर जॉब्‍स शुरू कर दी थी।

उन्‍होंने प्रोडक्‍ट एडवरटीजमेंट्स भी बनाए।

करियर

26 साल की उम्र में Mahesh Bhatt ने निर्देशक के तौर पर फिल्‍म ‘मंजिलें और भी हैं’ से बॉलीवुड में अपना पदार्पण किया। इसके बाद 1979 में आई ‘लहू के दो रंग’ जिसमें शबाना आज़मी और विनोद खन्ना मुख्‍य भूमिका में थे, इसने 1980 के फिल्‍मफेयर अवार्ड्स में दो पुरस्‍क‍ार जीते।फिल्‍म ने बॉक्‍स ऑफिस पर औसत से ऊपर प्रदर्शन किया। उनकी पहली बड़ी हिट ‘अर्थ’ थी। इसके बाद उनकी ‘जानम’ और ‘नाम’ को भी काफी पसंद किया गया। ऐसा कहा जाता है कि इन फिल्‍मों से उन्‍होंने अपने व्‍यक्तिगत जीवन को पर्दे पर उकेरने की कोशिश की।

फिल्‍म ‘सारांश’ को भी लोगों ने काफी पसंद किया और अनुपम खेर के जीवन की भी यह अहम फिल्‍म रही।

सारांश को 14वें मॉस्‍को इंटरनेशनल फिल्‍म फेस्टिवल में भी प्रवेश मिला था।

1987 में वे निर्माता बन गए जब उन्‍होंने अपने भाई मुकेश भट्ट के साथ मिलकर ‘विशेष फिल्‍म्स’ नाम से अपना प्रोडक्‍शन हाऊस शुरू कर दिया। हिन्‍दी फिल्‍म इंडस्‍ट्री के वे जाने माने निर्देशक बन गए जब उन्‍होंने डैडी, आवारगी, आशिकी, दिल है कि मानता नहीं, सड़क, गुमराह जैसी फिल्‍में दीं।

वे मुकेश भट्ट के साथ फिल्‍म प्रोडक्‍शन हाऊस ‘विशेष फिल्‍म्स’ के सह-मालिक हैं।

वे यूएस नानप्राफिट टीचएड्स के सलाहकार मंडल के सदस्‍य भी हैं।

महेश भट्ट पुणे स्थित भारतीय फ़िल्म और टेलीविज़न संस्थान के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

फ़िल्में

मंजिलें और भी हैंलहू के दो रंगअर्थ
सारांशनामकब्‍जा
डैडीआवारगीजुर्म
आशिकीस्‍वयंसर
हम हैं राही प्‍यार केक्रिमिनलदस्‍तक
तमन्‍नाडुप्लिकेटजख्‍म
कारतूससंघर्षराज
मर्डररोगजहर
कलयुगगैंग्‍सटरवो लम्‍हे
तुम मिलेजिस्‍म 2मर्डर 3

विवाद – महेश भट्ट की जीवनी

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