मल्हारराव होल्कर (English – Malhar Rao Holkar) इंदौर के होल्कर वंश के प्रवर्तक थे। शुरुआत में वे पेशवा बाजीराव प्रथम (1720-1740 ई.) की सेवा में रहे।
उन्होने पेशवा की काफ़ी दिनों तक सेवा की तथा कई विजय अभियानों में भी भाग लिया था।
मल्हारराव होल्कर की जीवनी – Malhar Rao Holkar Biography Hindi

संक्षिप्त विवरण
नाम | मल्हारराव होल्कर |
पूरा नाम | मल्हारराव होल्कर |
जन्म | 16 मार्च 1693 ई. |
जन्म स्थान | पुणे जिले में वीर के खांडुजी होलकर |
पिता का नाम | – |
माता का नाम | – |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | – |
जाति | – |
जन्म
Malhar Rao Holkar का जन्म 16 मार्च 1693 को चरवाहों के बेहद गरीब परिवार में पुणे जिले में वीर के खांडुजी होलकर में हुआ।
उनका पालन पोषण उनके मामा बाजीराव बरगल के घर पर तलोदा में हुआ था।
मल्हाराव का विवाह 1717 ई. में उनके चाचा की बेटी गौतमा बाई से हुआ था। उन्होंने बाना बाई साहिब होल्कर, द्वारका बाई साहिब होल्कर, हरकू बाई साहिब होल्कर के साथ भी विवाह किया था।
योगदान
मल्हारराव होलकर मराठा साम्राज्य का एक ऐसे सामन्त थे जो परम पराक्रमी और युद्ध कौशल में निपुण होने के साथ साथ मालवा का प्रथम मराठा सूबेदार थे।
वह होलकर राजवंश का प्रथम राजकुमार थे जिसने इंदौर पर शासन किया। समर्पित हिन्दुओं के मराठा साम्राज्य को उत्तर की तरफ प्रसारित करने वाले अधिकारियों में मल्हारराव का नाम मुख्य रूप से अग्रणी है।
उन्होंने पेशवा बाजीराव प्रथम को कई युद्धों में विजय दिलवाई थी। उनके वंशजों द्वारा शासित राज्य को 1948 ई. में भारतीय गणराज्य में सम्मिलित कर लिया गया था।
वे शुरुआत में पेशवा बाजीराव प्रथम (1720-1740 ई.) की सेवा में रहे थे।
पेशवा बाजीराव प्रथम की मल्हाराव ने काफ़ी दिनों तक सेवा की तथा कई विजय अभियानों में भी भाग लिया था।
बाजीराव प्रथम ने उनकी स्वामी भक्ति के फलस्वरूप मध्य भारत में एक बड़ा क्षेत्र उसके शासन में कर दिया गया।
मल्हारराव होल्कर के उत्तराधिकारी इस क्षेत्र का शासन बड़े दिनों तक करते रहे। 1948 ई. में उसके राज्य का भारतीय गणराज्य में विलयन कर लिया गया।
मृत्यु
Malhar Rao Holkar की मृत्यु 20 मई 1766 को हुई।