पूजा ढांडा एक भारतीय पहलवान हैं। वर्तमान में वे खेल विभाग में सीनियर कोच के पद पर कार्यरत है। उन्होने अपने खेल करियर की शुरुआत 2009 में महाबीर स्टेडियम में जूडो खिलाड़ी के रूप में की थी। हालांकि 2015 में खेल के दौरान पूजा चोटिल होने के कारण दो वर्ष तक खेलों से दूर रही हैं, लेकिन पूजा ने जनवरी 2017 में शानदार वापसी की। पूजा ने वर्ष 2018 में भी कॉमनवेल्थ गेम्स व सीनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में देश का नाम रोशन किया। देश की पहली यूथ ओलंपियन पूजा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया। स्पोटर्स अवार्ड 2019 में चयनित पूजा अकेली कुश्ती खिलाड़ी हैं। पूजा के नाम अनेकों उपलब्धियां हैं। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको पूजा ढांडा की जीवनी – Pooja Dhanda Biography Hindi के बारे में बताएगे।
पूजा ढांडा की जीवनी – Pooja Dhanda Biography Hindi
जन्म
पूजा ढांडा का जन्म 1 जनवरी 1994 को हरियाणा के हिसार जिले के गुडाना गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम अजमेर ढांडा है और वे हिसार में हरियाणा पशुपालन केंद्र के साथ एक ट्रैक्टर चालक है। उनकी माता का नाम कमलेश ढांडा वो एक गृहणी है। पूजा के भाई का नाम सुमित है और सुमित फायर ऑफिसर है।
प्रशिक्षण
उन्होने 2003 में कुशती प्रशिक्षण लेना शुरू किया।
हाइट और वजन
उनका वजन 57 kg है
पूजा की हाइट 5 फीट 4 इंच है।
करियर
पूजा ढांडा ने अपने करियर की शुरुआत 2009 में जूडो खिलाड़ी के रूप में की थी। 2015 में खेल के दौरान पूजा चोटिल होने के कारण दो वर्ष तक खेलों से दूर रही। लेकिन पूजा ने जनवरी 2017 में शानदार वापसी की। पूजा ने वर्ष 2018 में भी कॉमनवेल्थ गेम्स व सीनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैपियनशिप में देश का नाम रोशन किया। वर्तमान में वे खेल विभाग में सीनियर कोच के पद पर कार्यरत है।
पूजा की स्क्रीनिंग की गई और मूल रूप से उन्हें ब्लॉकबस्टर दंगल (2016) में बबीता फोगट की भूमिका निभाने के लिए चुना गया, जिसे वह चोट के कारण नहीं निभा सकती थीं।
उपलब्धियां
- 2010 में सिंगापुर में आयोजित यूथ ओलंपिक में सिल्वर मेडल
- 2011 में थाईलैंड में आयोजित कैडेट एशिया रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
- 2011 में हंगरी में आयोजित वर्ल्ड कैडट रेसलिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल
- 2012 में ताश्कंद में आयोजित जूनियर एशिया रेसलिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल
- 2013 में साउथ अफ्रीका में आयोजित कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
- 2014 में सीनियर एशिया रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल
- 2017 में तुर्कमेनिस्तान में आयोजित एशियन इंडोर एंड मैटेरियलार्टस गेम्स में कांस्य पदक
- 2017 में साउथ अफ्रीका में आयोजित कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल
- 2018 में गोल्ड कॉस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत मेडल
- 2018 में हंगरी में आयोजित सीनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक
- 29 अगस्त, 2019 को उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।