रजनीकांत अरोल ( English – Rajnikant Arole)भारतीय समाज सेवी थे। उन्होंने समाज की छाटी से छोटी कुरीतियों सुधार लाने की दिशा में काम किया है। उन्होंने समाज में प्रत्येक को बराबरी का दर्जा दिलाने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्हें 1979 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्रदान किया गया था। समाज सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार ने रजनीकांत अरोल को 1990 में ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया था।
रजनीकांत अरोल की जीवनी – Rajnikant Arole Biography Hindi

संक्षिप्त विवरण
नाम | रजनीकांत अरोल |
पूरा नाम, वास्तविक नाम | रजनीकांत शंकरराव अरोल |
जन्म | 10 जुलाई 1934 |
जन्म स्थान | अहमदनगर ज़िला, महाराष्ट्र |
पिता का नाम | शंकर |
माता का नाम | लीलावती |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | – |
जाति | – |
जन्म
Rajnikant Arole का जन्म 10 जुलाई 1934 में अहमदनगर ज़िला, महाराष्ट्र में हुआ था। उनका पूरा नाम रजनीकांत शंकरराव अरोल था।
उनके पिता का नाम शंकर तथा उनकी माता का नाम लीलावती है। उनके माता-पिता दोनों ही स्कूल में शिक्षक थे।
करियर
रजनीकांत अरोल कई पदों पर आसीन रहे जिसमें वे भारतीय स्वैच्छिक स्वास्थ्य संघ के अध्यक्ष पद पर रहे, जनसंख्या के लिए बनाये गये राष्ट्रीय आयोग के सदस्य भी रहे।
पुरस्कार
उन्हे कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
- रजनीकांत अरोल को 1966 में पॉल हैरीसन पुरस्कार से सम्मानित किया।
- उन्हें 1979 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्रदान किया गया था।
- 1987 में उन्हे एन.डी. दिवान स्मृति पुरस्कार से नवाजा गया।
- 1988 में एन.सी.आई.एच. पुरस्कार
- समाज सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार ने रजनीकांत अरोल को 1990 में ‘पद्म भूषण‘ से सम्मानित किया था।
- 2003 में दिवालीबेन मेहता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- रजनीकांत अरोल को 2004 में डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर दलित मित्र पुरस्कार
- 2005 में उन्हे मदर टेरेसा स्मृति राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया।
मृत्यु
रजनीकांत अरोल की मृत्यु 25 मई 2011 में हुई थी।