इस सदी के महान् संगीतज्ञों में गिने जाने वाले रवि शंकर विश्व में भारतीय शास्त्रीय संगीत की उत्कृष्टता के सबसे बड़े उदघोषक रहे थे. उनका और सितार का सम्बन्ध बहुत ही गहरा था. आज इस आर्टिकल में हम आपको रवि शंकर की जीवनी – Ravi Shankar Biography Hindi के बारे में बताने जा रहे है.
रवि शंकर की जीवनी – Ravi Shankar Biography Hindi
जन्म
7 अप्रैल 1920 ई. को वाराणसी के मशहूर सितार वादक पंडित रविशंकर का जन्म हुआ। उनका पूरा नाम पंडित रवीन्द्र शंकर चौधरी था. उनके पिता का नाम श्याम शंकर था. उन्होंने सितार वादन के दौरान अलाउद्दीन खान की बेटी अन्नपूर्णा देवी से विवाह किया. उनके 3 सन्तान शुभेन्द्र शंकर, नोराह जोन्स और अनुष्का शंकर थी.
शिक्षा
उनकी युवावस्था बड़े भाई उदयशंकर के नृत्य समूह के साथ भ्रमण में बीती, लेकिन 1938 ई. में नृत्य त्याग कर संगीतज्ञ अलाउद्दीन खान के शिष्यत्व में सितार वादन सीखना प्रारंभ किया।
सम्मान
वे ऑल इंडिया रेडियो (नई दिल्ली) संगीत निर्देशक भी रहे और उन्हें 1986 से 1992 ई. तक राज्यसभा के सदस्य होने का भी गौरव प्राप्त है। उन्हें तीन बार ग्रेमी अवॉर्ड्स और 1999 ई. में भारत रत्न से सम्मानित किया गया। वीटल्स के जॉर्ज हैरीसन ने उन्हें ‘विश्व संगीत का गॉडफादर’ बताया. इसके अलावा रेमन मैग्सेसे पुरस्कार, पद्म भूषण और पद्म विभूषण भी मिल चुका है।
निधन
पंडित रविशंकर का निधन 92 वर्ष की आयु में 11 दिसम्बर 2012 को सैन डिएगो, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ था.