ऋषि कपूर की जीवनी – Rishi Kapoor Biography Hindi

आज इस आर्टिकल में हम आपको ऋषि कपूर की जीवनी – Rishi Kapoor Biography Hindi के बारे में बताएगे।

ऋषि कपूर की जीवनी – Rishi Kapoor Biography Hindi

ऋषि कपूर की जीवनी
ऋषि कपूर की जीवनी

(English – Rishi Kapoor ) ऋषि कपूर हिन्दी फ़िल्मों के एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, फ़िल्म निर्माता और निर्देशक है।

उन्होने बाल कलाकार के रूप मे भी काम किया।

अपने पिता राज कपूर के द्वारा निर्देशित अपनी पहली फिल्म “मेरा नाम जोकर” में महज 18 वर्ष की उम्र में बेहतरीन भूमिका के लिए ऋषि कपूर को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

ऋषि को फिल्म अग्निपथ के लिए आईफ़ा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया।

संक्षिप्त विवरण

 

नाम ऋषि कपूर, चिंटू
पूरा नाम ऋषि कपूर
जन्म 4 सितंबर 1952
जन्म स्थान चेंबूर, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत
पिता का नाम  स्वर्गीय राज कपूर
माता का नाम कृष्णा कपूर
राष्ट्रीयता भारतीय
धर्म हिन्दू

जन्म

Rishi Kapoor का जन्म 4 सितंबर 1952 को चेंबूर, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में हुआ था।

ऋषि कपूर का निक नेम चिंटू हैं।

उनके पिता का नाम स्वर्गीय राज कपूर जोकि एक अभिनेता और फिल्मकार थे तथा उनकी माता का
नाम कृष्णा कपूर (गृहिणी) है। ऋषि कपूर के दो भाई हैं।

रणधीर कपूर और राजीव कपूर और दोनो ही बॉलीवुड अभिनेता हैं।

उनकी की शादी बॉलीवुड अभिनेत्री नीतू कपूर से हुई है।

बता दें, ऋषि कपूर और नीतू ने शादी से पहले एक दूसरे को पांच साल तक डेट किया
उसके बाद वे शादी के बंधन में बंध गए। ऋषि कपूर के दो बच्चे हैं।

रणबीर कपूर और रिधिमा कपूर।

शिक्षा – ऋषि कपूर की जीवनी

Rishi Kapoor ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अपने भाईयों के साथ कैंपियन स्कूल, मुंबई और उसके बाद आगे
की पढ़ाई मेयो कॉलेज अजमेर से पूरी की।

करियर

फ़िल्मी परिवार से होने के कारण ऋषि कपूर हमेशा से ही फिल्मों में अभिनय करने की रूचि रखते थे। ऋषि कपूर ने बॉलीवुड में 1970 में अपने पिता की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ से डेब्यू किया थ। इस फिल्म में ऋषि ने अपने पिता के बचपन का किरदार निभाया था। ऋषि कपूर ने बॉलीवुड में बतौर एक्टर 1973 में फिल्म बॉबी से किया था। इस फिल्म में उनके अपोजिट डिंपल कपाड़िया थीं। उन्होने पहली बार फिल्म श्री 420 (1955) के लोकप्रिय गीत ‘प्यार हुआ इकरार हुआ’ में एक बच्चे के रूप में कार्य किया था।

ऋषि कपूर ने अपने करियर में 1973-2000 तक 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया है। इन्होने बतौर सोलो लीड एक्टर 51 फिल्मों में अभिनय किया है। ऋषि कपूर अपने जमाने के चॉकलेटी हीरोज में से एक थे। उन्होने बॉलीवुड की कई रोमांटिक हिट फ़िल्में दीं। ऋषि ने अपनी पत्नी के साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया है।

अभिनय की दुनिया में तहलका मचाने के बाद ऋषि ने निर्देशन में भी हाथ आजमाया।

उन्होंने 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन अभिनीत फिल्म आ अब लौट चलें निर्देशित की।

Rishi Kapoor ने अपने करियर की शुरुआत से हमेशा ही रोमांटिक किरदार को निभाया था, लेकिन फिल्म अग्निपथ में उनके खलनायक के किरदार को देख सभी हतप्रभ रह गए। ऋषि को फिल्म अग्निपथ के लिए आईफ़ा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया।

फिल्में

वर्ष फ़िल्म चरित्र
2018 मंटो
2018 मुल्क मुराद अली मोहम्मद
2016 कपूर एंड संस अमरजीत कपूर
2016 सनम रे आकाश’स ग्रांडफादर, दाद्दु
2015 शादी पुलाव लव कपूर
2015 All Is Well श्री भजनलाल भल्ला
2014 बेवकूफियां वी.के. सेहगल
2013 शुद्ध देसी रोमांस गोयल साहब
2013 बेशर्म इंस्पेक्टर चुलबुल चौटाला
2013 डी-डे इकबाल सेठ
2013 औरंगजेब रविकांत
2013 चश्मे बद्दूर जोसेफ फ़र्टाडो
2012 अग्निपथ रौफ लाला
2012 स्टूडेंट ऑफ द ईयर डीन योगिंदर वशिष्ट
2012 हाउसफुल 2 चिंटू कपूर
2012 जब तक है जान इमरान
2011 टेल मी ओ खुदा अल्ताफ जरदारी
2011 पटियाला हाउस गुरुतेज सिंह काहोलन
2010 साड़ियां राजवीर सिंह
2010 दो दुनी चार संतोष दुग्गल
2009 Luck by Chance रोमी रोली
2009 चिंटू जी चिंटू जी
2009 दिल्ली -6 अली बेग
2009 प्यार आज कल वीर सिंह
2009 कल किसने देखा प्रो सिद्धार्थ वर्मा
2008 हल्लाबोल खुद
2008 थोड़ा प्यार थोड़ा मैजिक परमेश्वर
2007 डॉन्ट स्टॉप ड्रीमिंग
2007 नमस्ते लंदन मनमोहन मल्होत्रा
2007 ओम शाँति ओम
2006 लव के चक्कर में
2006 फ़ना
2005 प्यार में ट्विस्ट यश खुराना
2004 हम तुम अर्जुन कपूर
2003 तहज़ीब
2003 कुछ तो है प्रोफेसर बख़्शी
2003 लव एट टाइम्स स्क्वैर
2002 ये है जलवा
2001 कुछ खट्टी कुछ मीठी राज खन्ना
2000 राजू चाचा
2000 कारोबार
1999 जय हिन्द
1997 कौन सच्चा कौन झूठा
1996 प्रेम ग्रंथ
1996 दरार
1995 हम दोनों राजेश ‘राजू’
1995 साजन की बाहों में सागर
1995 याराना राज
1994 ईना मीना डीका ईना
1994 साजन का घर अमर खन्ना
1994 प्रेम योग राजकुमार राजू
1994 पहला पहला प्यार राज
1994 मोहब्बत की आरज़ू राजा
1994 घर की इज्जत श्याम
.1985 से 1993 तक
1993 गुरुदेव इंस्पेक्टर देव कुमार
1993 इज़्ज़त की रोटी
1993 श्रीमान आशिक
1993 साहिबाँ गोपी
1993 साधना करन
1993 दामिनी शेखर गुप्ता
1992 दीवाना रवि
1992 बोल राधा बोल किशन मल्होत्रा/टोनी
1992 हनीमून सूरज वर्मा
1992 इन्तेहा प्यार की रोहित शंकर वालिया
1991 बंजारन
1991 हिना चन्दर प्रकाश
1991 घर परिवार
1991 अज़ूबा
1991 रणभूमि भोलानाथ
1990 अमीरी गरीबी दीपक भारद्वाज
1990 शेषनाग
1990 आज़ाद देश के गुलाम
1989 खोज रवि कपूर
1989 चाँदनी रोहित गुप्ता
1989 बड़े घर की बेटी गोपाल
1989 हथियार
1989 घराना विजय मेहरा
1988 हमारा खानदान
1988 विजय विक्रम ए भारद्वाज
1988 घर घर की कहानी राम धनराज
1987 प्यार के काबिल
1987 हवालात श्याम
1987 सिंदूर
1987 खुदगर्ज़
1986 नगीना राजीव
1986 एक चादर मैली सी मंगल
1986 नसीब अपना अपना किशन सिंह
1986 दोस्ती दुश्मनी
1985 राही बदल गये
1985 तवायफ़
1985 सागर रवि
1985 ज़माना रवि एस कुमार
1985 सितमगर जय कुमार
1970 से 1984 तक
1984 ये इश्क नहीं आसां
1984 दुनिया रवि
1983 कुली सनी
1983 बड़े दिल वाला
1982 दीदार-ए-यार
1982 ये वादा रहा विक्रम राय बहादुर
1982 प्रेम रोग
1981 जमाने को दिखाना है रवि नन्दा
1981 नसीब सनी
1980 कर्ज़
1980 दो प्रेमी चेतन प्रकाश
1980 आप के दीवाने राम
1980 धन दौलत लकी बड़जात्या सक्सेना
1979 सरगम राजू
1979 सलाम मेमसाब रमेश
1979 झूठा कहीं का अजय राय
1978 फूल खिले हैं गुलशन गुलशन विशाल राय
1978 बदलते रिश्ते मनोहर धनी
1978 पति पत्नी और वो
1978 नया दौर
1977 दूसरा आदमी
1977 अमर अकबर एन्थोनी अकबर
1977 चला मुरारी हीरो बनने
1976 रंगीला रतन
1976 लैला मज़नू
1976 बारूद अनूप सक्सेना
1976 कभी कभी विक्रम (विकी) खन्ना
1975 रफ़ू चक्कर
1975 राजा
1974 जहरीला इंसान अर्जुन सिंह
1973 बॉबी राज नाथ (राजू)
1973 यादों की बारात
1970 मेरा नाम जोकर कवि राजू

विवाद

  • 2015 में  ऋषि कपूर ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि, “वह गऊ मांस खाने वाले हिन्दू हैं” जिससे सोशल मीडिया पर बहुत बवाल हो गया। ऋषि कपूर को इस वजह से फिल्मजगत में कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
  • ऋषि कपूर ने ट्वीटर पर कांग्रेस पार्टी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि “कांग्रेस पार्टी तो गांधीवंश की सार्वजनिक सम्पत्ति है” जिसका कांग्रेस पार्टी के समर्थकों ने कड़ा विरोध किया और सार्वजनिक शौचालयों का नाम ऋषि कपूर पर रख दिया।
    ऋषि कपूर शौचालय विवाद
  • 2016 में  अभिनेत्री असिन और राहुल शर्मा की शादी समारोह में ऋषि कपूर के द्वारा कई समस्याएं उत्पन्न की गईं, जिससे पार्टी अव्यवस्थित हो गई। क्योंकि उन्हें समारोह में तेज ध्वनि का संगीत व तेज रोशनी की सजावट से काफी नाराजगी थी। फिर इसके बाद स्थिति को संभालने के लिए राहुल ने ऋषि कपूर से माफ़ी मांगी, परन्तु वह नाराज होकर चले गए, जिसके कारण पार्टी सिर्फ डेढ़ घंटे तक ही चल पाई।

ऋषि कपूर से जुड़ी 10 बेहतरीन डायलॉग

1. हर इश्क का एक वक़्त होता है, वह हमारा वक़्त नहीं था पर इसका यह मतलब नहीं कि वह इश्क़ नहीं था।

2. बादशाहत भाईचारे को नहीं देखती।

3. हम सैंकड़ों जन्म लेते है, कभी पति-पत्नी बनकर, कभी प्रेमी बनकर, तो कभी अनजान बनकर, लेकिन मिलते
ज़रूर है आखिर में। नहीं मिलेंगे तो कहानी ख़त्म कैसे होगी।. इसे प्यार कहते हैं।

4. तू साथ होकर भी साथ नहीं होती, अब तो रहत में भी रहत नहीं होती।

5. शराब पीने दे मस्जिद में बैठकर ग़ालिब या वह जगह दिखा दे जहाँ खुदा न हो।

6. नवाज़िश, कर्म, शुक्रिया, मेहेरबानी, मुझे बख्श दिया अपने ने ज़िंदगानी।

7. सभी इंसान एक जैसे ही तो होते है। वही दो हाथ, दो पैर, आँखें, कान, चेहरा। सब एक जैसे ही तो होते है, फिर क्यों कोई एक,सिर्फ एक ऐसा होता है, जो इतना प्यारा लगने लगता है कि अगर उसके लिए जान भी देनी पड़े तो हस्ते हस्ते दी जा सकती है।

8. You have bloody piles in your brains

9. दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद, अब कुछ भी नहीं मुझको मोहब्बत के सिवाह याद

10. ज़िंदा लाने की ज़रुरत नहीं, मुर्दे भी चलेंगे।

निधन – ऋषि कपूर की जीवनी

ऋषि कपूर को मुंबई के एच एन रिलायंस अस्पताल में आईसीयू में भर्ती करवाया गया था।

Rishi Kapoor का निधन 30 अप्रैल 2020 को कैंसर के कारण हुआ।

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