रोहित सरदाना (Rohit Sardana) एक भारतीय पत्रकार, एडिटर,कोलोम्निस्ट, न्यूज़ एंकर और मीडिया की जानीमानी हस्ती थे। उन्होंने ताल ठोक के एक कार्यक्रम की मेजबानी की थी, जो ज़ी न्यूज़(Zee News) पर भारत में समकालीन मुद्दों पर चर्चा करता है।
2017 में, उन्होंने आजतक(AAJTAK) से जुड़ने के लिए ज़ी न्यूज़ को छोड़ दिया, जहाँ उन्होंने डिबेट शो दंगल की मेजबानी की। वह 2018 के गणेश विद्यार्थी पुरस्कार पुरस्कार के प्राप्तकर्ता थे।
रोहित सरदाना की जीवनी – Rohit Sardana Biography in Hindi

संक्षिप्त विवरण
नाम | रोहित सरदाना (Rohit Sardana) |
पूरा नाम, अन्य नाम | रोहित सरदाना |
जन्म | 22 सिंतंबर 1979 |
जन्म स्थान | कुरुक्षेत्र, हरियाणा |
पिता का नाम | – |
माता का नाम | – |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
मृत्यु | 30 अप्रैल 2021 |
मृत्यु कारण | Heart Attack / Corona |
जन्म
रोहित सरदाना का जन्म 22 सितंबर 1979 को कुरुक्षेत्र, हरियाणा में हुआ था। रोहित की शादी प्रमिला दीक्षित से हुई थी और दंपति की दो बेटियां हैं।
शिक्षा और करियर
रोहित ने अपनी स्कूल की पढ़ाई गीता निकेतन अवासिया विद्यालय, कुरुक्षेत्र से पूरी की। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद अपनी आगे की पढ़ाई के लिए वह हिसार चले गए और उन्होंने गुरु जम्बेश्वर विश्वविद्यालय विज्ञान और प्रौद्योगिकी में दाखिला लिया।
उन्होंने वहां से मनोविज्ञान में स्नातक(BA) की डिग्री हासिल की है, और उसी यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स (MA) की डिग्री हासिल की है।
रोहित सरदाना ने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के कुछ साल बाद अपना करियर शुरू किया। वह एक हरियाणवी परिवार में बड़े हुए थे, इसलिए उन्हें अंग्रेजी और हिंदी पर कमान हासिल करने में समय लगा। हालांकि, बाद के चरण में भाषा ही उनकी ताकत बन गई।
बचपन से रोहित का सपना था चाहे जो हो मुझे टीवी पर आना है, इसीलिए उन्होंने पत्रकारिता में करियर बनाने का सोचा। शुरुआत में रोहित कुछ अखबारों के लिए भी लिखते थे, और यही वजह रही उनके टीचर ने उन्हें पढ़ाई के साथ काम करने के लिए भी कहा।
रोहित ने फिर कुछ इंटरव्यू दिए और उनकी रेडिओ स्टेशन में नौकरी लग गई। रोहित पढाई के साथ ही नौकरी भी करने लगे। वहीँ से उनके काम को देखते हुए, सिटी केबल ने भी एक शो रोहित को दे दिया। कुछ डेढ़ साल रोहित ने इसी तरह काम किया।
जब रोहित को लगा इतने से काम नहीं चलेगा कुछ और बड़ा करना पड़ेगा, तब रोहित दिल्ली आ गये। वहां रोहित को इ-टीवी नेटवर्क के साथ इंटर्न के रूप में काम करने का मौका मिला।
फिर इ-टीवी ने ही उन्हें जॉब ऑफर की, और फिर रोहित ने उनके साथ एक पत्रकार के रूप में काम करना शुरू कर दिया। वहां से रोहित का बाद में ट्रान्सफर हेदराबाद हो गया। वहां रोहित ने महीने टीवी-एंकर का ऑडिशन दिया पर कुछ सफल नही हो पाए।
टीवी-एंकर का सफ़र
रोहित ने 5 महीने VT एडिटर की ट्रेनिंग की और वही काम करना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद गुजरात में चुनाव हुए उसके चलते रोहित ने अपने काम से सभी को चकित कर दिया।
इसी हुनर को देखते हुए रोहित को टीवी पर एंकरिंग करने का मौका मिला, और वहीँ से शुरू हुआ रोहित का एक टीवी एंकर के रूप में करियर।
2004 में, सहारा के लिए उन्हें सहायक निर्माता के रूप में काम करने का मौका मिला और ज़ी न्यूज़ में कार्यकारी संपादक के रूप में शामिल होने से पहले उन्होंने सहारा में दो साल तक काम किया।
वर्तमान में, वह एक शो कर रहे है जहाँ वह संसद सदस्यों के लिए एक रिपोर्ट कार्ड बनाते है जिसमें उनके विधान में उनके काम का सारा विवरण होता है। इसके अलावा, उनके शो मतदाताओं को अपना नेता तय करने में मदद करते हैं।
ज़ी न्यूज़ में एक डिबेट शो “ताल-ठोक” के किया करते थे, जिसमे वे समकालीन और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करते थे। इस शौ से उन्होंने काफी नाम कमाया।
2017 में, उन्होंने ज़ी न्यूज़ को छोड़ कर आजतक में ज्वाइन कर लिया और अब वे डिबेट शो दंगल की मेजबानी करते हैं।
पुरस्कार
- संसुई बेस्ट न्यूज़ प्रोग्राम अवार्ड
- माधव ज्योति सम्मान
- सर्वश्रेष्ठ समाचार एंकर अवार्ड जो दिल्ली एजुकेशन सोसाइटी द्वारा प्रायोजित किया गया था।
- 2018 के गणेश विद्यार्थी पुरस्कार
मृत्यु
कुछ दिनों से रोहित सरदाना अस्पताल में कोरोना संक्रमित होने के कारण भर्ती थे। इसी दौरान हृदयगति रुकने के कारण उनकी मृत्यु हो गयी। 30 अप्रैल 2021 को सुबह जब उन्हें हार्ट अटैक आया, उसके बाद डॉक्टर उन्हें वेंटीलेटर पर भी ले गए। लेकिन डॉक्टर उन्हें नहीं बचा सके।