शरत चन्द्र बोस (English – Sarat Chandra Bose) एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे सुभाष चन्द्र बोस के बड़े भाई थे।
उन्होने इंग्लैण्ड से कानून में शिक्षा प्राप्त की। शरत चन्द्र बोस काँग्रेस कार्यकारी समिति के सदस्य थे तथा बंगाल विधान सभा में काँग्रेस संसदीय पार्टी के नेता थे।
शरत चन्द्र बोस की जीवनी – Sarat Chandra Bose Biography Hindi

संक्षिप्त विवरण
नाम | शरत चन्द्र बोस |
पूरा नाम | शरत चन्द्र बोस |
जन्म | 6 सितंबर 1889 |
जन्म स्थान | कलकत्ता |
पिता का नाम | जानकी नाथ बोस |
माता का नाम | प्रभावती |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | – |
जाति | – |
जन्म
शरत चन्द्र बोस का जन्म 6 सितंबर 1889 में कलकत्ता में हुआ। उनके पिता का नाम जानकी नाथ बोस तथा उनकी माता का नाम प्रभावती था। शरत चन्द्र बोस सुभाष चन्द्र बोस के बड़े भाई थे दोनों भाई एक-दूसरे के प्रति अत्यन्त समर्पित थे।
जानकी नाथ बोस कटक शहर के मशहूर वकील लेकिन पहले वे सरकारी वकील पर थे, उसके बाद में उन्होंने निजी प्रैक्टिस शुरू कर दी थी. उन्होंने कटक की महापालिका में लंबे समय तक काम किया और बंगाल विधानसभा के समय भी रहे थे। उन्हें राय बहादुर का खिताब भी अंग्रेजों द्वारा मिला था।
शरत चन्द्र बोस का विवाह विभावती से हुआ था।
शिक्षा
शरत चन्द्र की शिक्षा-दीक्षा कटक तथा कलकत्ता में सम्पन्न हुई। उन्होंने इंग्लैण्ड से कानून में शिक्षा प्राप्त की तथा घर वापिस लौट कर उन्होंने कलकत्ता हाई कोर्ट से अपनी वकालत शुरू कर दी। शरत की वकालत दिन पर दिन फलने-फूलने लगी।
करियर
शरत चंद्र ने सी.आर. दास के निर्देशन में अपने करियर की शुरुआत की तथा कलकत्ता निगम के कार्यों में वर्षो तक चर्चित रहे। अहिंसा में विश्वास रखने के बावजूद शरत चंद्र का क्रांतिकारियों के प्रति सहानुभूति का दृष्टिकोण था।
वे काँग्रेस कार्यकारी समिति के सदस्य थे तथा बंगाल विधान सभा में काँग्रेस संसदीय पार्टी के नेता थे। वे अगस्त 1946 में केंद्र की अंतरिम सरकार में शामिल हुए। शरत ने बंगाल विभाजन का विरोध किया था। वे बंगाल को भारत और पाकिस्तान का अलग एक स्वाधीन राज्य बनाना चाहते थे। किंतु वे इसमें असफल रहे।
मृत्यु
शरत चन्द्र की मृत्यु 20 फरवरी 1950 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुआ था।