शिबू सोरेन (English – Shibu Soren) एक भारतीय राजनेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष है।
2004 में मनमोहन सिंह की सरकार में वे कोयला मंत्री बने, लेकिन चिरूडीह कांड जिसमें 11 लोगों की ह्त्या हुई थी।
इस सिलसिले में गिरफ़्तारी का वारंट जारी होने के बाद उन्हें केन्द्रीय मंत्रीमंडल से 24 जुलाई 2004 को इस्तीफ़ा देना पड़ा।
शिबू सोरेन की जीवनी – Shibu Soren Biography Hindi

संक्षिप्त विवरण
नाम | शिबू सोरेन |
पूरा नाम | दिकु, गुरुजी |
जन्म | 11 जनवरी, 1944 |
जन्म स्थान | हजारीबाग, बिहार |
पिता का नाम | श्री शोबारन सोरेन |
माता का नाम | – |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | – |
जाति | – |
जन्म
शिबू सोरेन का जन्म 11 जनवरी 1944 को पुराने बिहार के हजारीबाग जिले में नामरा गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री शोबारन सोरेन था।
उनकी शादी रूपी किस्कू से हुई थी। उनके कुल चार बेटे-बेटी थे, जिसमें सबसे बड़े दुर्गा सोरेन थे. हेमंत सोरेन और बसंत सोरेन का जन्म हुआ. उनकी एक बेटी अंजली सोरेन भी है.
उनकी स्कूली शिक्षा हजारीबाग जिले में नामरा गाँव में हुई। उन्होने मेट्रिक तक शिक्षा प्राप्त की।
करियर
राजनीतिक करियर की शुरुआत 1970 में हुई। उन्होंने 23 जनवरी, 1975 को उन्होंने तथाकथित रूप से जामताड़ा जिले के चिरूडीह गाँव में “बाहरी” लोगों (आदिवासी जिन्हें “दिकू” नाम से बुलाते हैं) को खदेड़ने के लिये एक हिंसक भीड़ का नेतृत्व किया था। इस घटना में 11 लोग मारे गये थे। उन्हें 68 अन्य लोगों के साथ हत्या का अभियुक्त बनाया गया।
शिबू पहली बार 1977 में लोकसभा के लिये चुनाव में खड़े हुये परन्तु पराजित हुए। 1980 में वे लोक सभा चुनाव जीते। इसके बाद वे 1986, 1989, 1991, 1996 में भी चुनाव जीते।
10 अप्रैल 2002 से 2 जून 2002 तक वे राज्यसभा के सदस्य रहे। 2004 में वे दुमका से लोकसभा के लिये चुने गये।
2005 में झारखंड विधानसभा चुनावों के पश्चात वे विवादस्पद तरीक़े से झारखंड के मुख्यमंत्री बने, परंतु बहुमत साबित न कर सकने के कारण कुछ दिनो के पश्चात ही उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ा।
कोरोना पॉज़िटिव
24 अगस्त 2020 को शिबू सोरेन और उनकी पत्नी का कोरोना टेस्ट हुआ जिसके बाद उनका रिजल्ट पॉजिटिव आया