आज इस आर्टिकल में हम आपको सुल्तान खान की जीवनी – Sultan Khan Biography Hindi के बारे में बताएगे।
सुल्तान खान की जीवनी – Sultan Khan Biography Hindi
(English – Sultan Khan) सुल्तान खान भारत के प्रसिद्ध सारंगी वादक और शास्त्रीय गायक थे।
उन्हें भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘पद्मभूषण’ से वर्ष 2012 में सम्मानित किया गया था।
संक्षिप्त विवरण
नाम | सुल्तान खान |
पूरा नाम | सुल्तान खान |
जन्म | 15 अप्रैल, 1940 |
जन्म स्थान | सीकर, जयपुर (राजस्थान) |
पिता का नाम | गुलाब ख़ान |
माता का नाम | – |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म |
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जाति |
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जन्म – सुल्तान खान की जीवनी
सुल्तान खान का जन्म 15 अप्रैल, 1940 को सीकर, जयपुर (राजस्थान) में हुआ था।
उनके पिता का नाम गुलाब ख़ान था। उस्ताद सुल्तान ख़ान के परिवार में उनकी दूसरी पत्नी बानो ख़ान, पुत्र साबिर ख़ान तथा दो पुत्रियाँ रेशमा तथा शेरा हैं।
उनके पुत्र साबिर ख़ान भी मशहूर सारंगी वादक हैं।
सुल्तान ख़ान के भाई नियाज अहमद ख़ान एक सितार वादक हैं।
शिक्षा
सुल्तान ख़ान ने सारंगी वादन का प्रारम्भिक ज्ञान अपने पिता से ही प्राप्त किया था।
जब वे मात्र ग्यारह साल के थे, तभी से स्टेज पर प्रस्तुति देने लगे थे।
अपने पिता से संगीत की शुरुआती शिक्षा लेने के बाद सुल्तान ख़ान ने ‘इन्दौर घराने’ के शास्त्रीय गायक उस्ताद आमिर ख़ान की शागिर्दी में अपनी कला को निखारा।
बड़ी हस्तियों के साथ कार्य – सुल्तान खान की जीवनी
उस्ताद सुल्तान ख़ान ने भारतीय संगीत के क्षेत्र में प्रसिद्ध कई बड़े नामों के साथ कार्य किया।
उन्होंने सुर कोकिला लता मंगेशकर, तबला वादक अल्ला रक्खा ख़ान व जाकिर हुसैन, बाँसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया और संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा को भी अपनी कला से प्रभावित किया।
अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में शिरकत
उस्ताद सुल्तान ख़ान भारत में फ़्यूजन संगीत समूह तबला बीट साईंस के सदस्य रहे थे। तबला बीट साईंस में उनके अलावा भारत के जाने – माने तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन और बिल लास्वेल भी सदस्य रहे।
इसके साथ ही पंडित रविशंकर और मशहूर बैंड ‘द बीटल्स’ के साथ भी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संगीत कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
प्रसिद्धि
विश्व प्रसिद्ध पॉप क्वीन मैडोना के एल्बम के लिए भी सुल्तान ख़ान ने सारंगी बजाई। मशहूर फ़िल्म निर्माता और ऑस्कर विजेता रिचर्ड एटनबरो की फ़िल्म ‘गाँधी’ में भी सुल्तान ख़ान की सारंगी सुनाई दी थी।
गायिका चित्रा के ‘पिया बसंती’ एल्बम में उनकी सारंगी धुनों ने उन्हें युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाया। ‘पिया बसंती’ एल्बम को एमटीवी का ‘इंटरनेशनल वीवर्स च्वाइस अवार्ड’ भी मिला था।
पुरस्कार
- उन्हें भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘पद्मभूषण’ से वर्ष 2012 में सम्मानित किया गया था।
- उस्ताद सुल्तान ख़ान को दो बार ‘संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार’ और महाराष्ट्र के ‘स्वर्ण पदक पुरस्कार’ से भी नवाजे गए थे।
- वर्ष 1998 में उन्हें ‘अमेरिकन एकेडेमी ऑफ आर्टिस्ट अवार्ड’ से भी सम्मानित किया गया था।
निधन – सुल्तान खान की जीवनी
सुल्तान ख़ान का निधन 27 नवंबर, 2011 को मुम्बई, महाराष्ट्र में हुआ।
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