तपन राय चौधरी (English – Tapan Ray Chaudhuri) प्रसिद्ध इतिहासकार , भारतीय आर्थिक इतिहास और बंगाल के इतिहास के विशेषज्ञ थे। तपन राय चौधरी को 2007 में भारत सरकार द्वारा साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
तपन राय चौधरी की जीवनी – Tapan Ray Chaudhuri Biography Hindi

संक्षिप्त विवरण
नाम | तपन राय चौधरी |
पूरा नाम | तपन राय चौधरी |
जन्म | 8 मई, 1926 |
जन्म स्थान | बंगाल की खाड़ी के उत्तरी किनारे के बरिसाल में |
पिता का नाम | – |
माता का नाम | – |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
जाति |
जन्म
तपन राय चौधरी का जन्म वर्तमान में दक्षिणी बांग्लादेश में स्थित बंगाल की खाड़ी के उत्तरी किनारे के बरिसाल में 8 मई 1926 (ब्रिटिश भारत) को हुआ था। उनकी पत्नी का नाम प्रतिमा और उनकी बेटी सुकन्या है।
शिक्षा और करियर
तपन राय ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से 25 वर्ष की उम्र में डी. फिल प्राप्त की। तपन राय ने नीदरलैंड के हेग में स्थित डच ईस्ट इंडिया कंपनी के अभिलेखागार और ऑक्सफोर्ड के बल्लीओल कॉलेज में वर्ष 1953-1957 के बीच दूसरी डी. फिल पर कार्य किया। प्रोफ़ेसर राय चौधरी वर्ष 1973 से वर्ष 1993 के बीच सेंट एंटनी कॉलेज, ऑक्सफोर्ड में आधुनिक दक्षिण एशियाई इतिहास के रीडर थे। एंटनी कॉलेज में प्रोफ़ेसर राय चौधरी को इंडियन हिस्ट्री और सिविलाइजेशन का एड होमिनेन पद प्रदान किया गया।
मुख्य पुस्तकें
- बंगाल अंडर अकबर एंड जहाँगीर
- जेन कंपनी इन कोरोमंडल
- यूरोप रिकंसीडर्ड: परसेप्सन ऑफ द वेस्ट इन नाइंटिथ सेंचुरी ऑफ़ बंगाल
- द कैम्ब्रिज इकोनामिक हिस्ट्री ऑफ इंडिया (इरफ़ान हबीब के साथ सह-संपादित)
- बंगालनामा (2007)
- द वर्ल्ड इन अवर टाइम
सम्मान और पुरस्कार
- तपन राय चौधरी को 1982 में अमेरिकन हिस्टोरिकल एसोसिएशन द्वारा वातुमुल्ल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- डॉक्टर ऑफ़ लेटर्स, वर्ष 1993, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
- डॉक्टर ऑफ़ लेटर्स, कलकत्ता विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि
- डॉक्टर ऑफ़ लेटर्स, बर्दवान विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि
- तपन राय चौधरी को 2007 में भारत सरकार द्वारा साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
- वर्ष 2010 में राष्ट्रीय अनुसंधान प्रोफ़ेसर
निधन
तपन राय चौधरी का 90 वर्ष की आयु में 26 नवंबर 2014 को ऑक्सफोर्ड (इंग्लैंड) में हुआ। एक साल पहले उन्हें दौरा पड़ा था। इसके बाद वह इससे उबर नहीं पाए।