ठाकुर सेन नेगी एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे। 1972से 1977 तक प्रगतिशील मोर्चा के नेता बने। 1977 में कैबिनेट मंत्री बनाए गए। 1977से 1979 तक जनता पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष बनाए गए थे। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको ठाकुर सेन नेगी की जीवनी के बारे में बताएगे।
ठाकुर सेन नेगी की जीवनी

जन्म
ठाकुर सेन नेगी का जन्म 5 सितंबर 1909 को जिला किन्नौर के गांव शोंग में हुआ था। उनके पिता का नाम नारायण दास था और उनकी माता का नाम श्रीमती था।
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शिक्षा
ठाकुर सेन नेगी ने बीएससी (कृषि) और एलएलबी की शिक्षा प्राप्त की है।
करियर
- 1932 में सरकारी सेवा में शामिल हुए और1966 में हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए।
- इसके बाद में हिमाचल प्रदेश सरकार के सलाहकार बनाए गए।
- 1967, 1972, 1977 और 1982 में राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित।
- 1966 से 1972 से, संयुक्त विपक्षी मोर्चा के नेता थे।
- 1972से 1977 तक प्रगतिशील मोर्चा के नेता बनाया गया ।
- 1977 में ठाकुर सेन नेगी को कैबिनेट मंत्री बनाए गए।
- 1977से 1979 तक जनता पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष चुने गए थे।
- 1979से 1984 तक जनता पार्टी के शासन के दौरान राज्य विधानसभा के निर्वाचित अध्यक्ष।
- अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य (भारत सरकार 1978-81)। इसके अतिरिक्त वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स, भारत कृषक समाज, इंडियन एग्रीकल्चर इकोनॉमिक्स, एमनेस्टी इंटरनेशनल, में 1979 से 1984 से कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन कंफेंस में भाग ले चुके हैं।
- जून 1990 का चुनाव जीतने के बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा में अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन हुए
पुस्तक
प्रसिद्ध पुस्तक लिखी जिसका शीर्षक है – “हिमाचल प्रदेश का अनुसूचित जनजाति“।
मृत्यु
2 जनवरी 2001 को ठाकुर सेन नेगी की 91 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई।