आज इस आर्टिकल में हम आपको अरमान मलिक की जीवनी – Armaan Malik Biography Hindi के बारे में बताएंगे।
अरमान मलिक की जीवनी – Armaan Malik Biography Hindi
ये एक संगीतकार और डांसर है.
इन्होंने हिंदी फिल्मों के साथ-साथ कन्नड़, तेलगू और अंग्रेजी, बंगाली,
कन्नड़, मराठी, तमिल, गुजराती, पंजाबी, उर्दू और मलयालम में भी गानें गाए.
इन्होनें सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स में भाग भी लिया था लेकिन 8वें स्थान पर वह शो से बाहर हो गए.
जन्म
अरमान मलिक एक बहुत प्रसिद्ध अभिनेता है, इनका जन्म 22 जुलाई 1995 मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में हुआ.
इनका पूरा नाम अरमान मलिक है. और इनका निकनेम अरमानी है.
परिवार – अरमान मलिक की जीवनी
अरमान मलिक एक जाने माने संगीतकार और अभिनेता है.
इनके पिता का नाम देबू मलिक (म्यूजिक डायरेक्टर) और इनकी माँ का नाम ज्योति मलिक है.
और इनके भाई का नाम अमाल मलिक है.
इनके दादा सरदार मलिक है. इनके दो चाचा है एक का नाम अनु मलिक है जो प्रसिद्ध संगीत निर्देशक है, और दूसरे अबू मलिक जोकी एक संगीतकार हैं. शादी अभी तक नहीं हुई है.
शुरुआत में ये एक होटल के मालिक बनना चाहते थे, परन्तु बाद में ये एक संगीतकार बन गए.
शिक्षा
अरमान ने अपनी शुरूआती पढ़ाई जमनाबाई नर्सी स्कूल से की.
इन्होंने उषा परवीन गांधी कॉलेज ऑफ़ मैनजमेंट से बैचलर इन मैनेजमेंट स्टडीज की पढ़ाई की है.
इन्होंने इंडियन क्लासिकल म्यूजिक की ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया था.
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करियर – अरमान मलिक की जीवनी
इन्होनें करियर की शुरुआत चार साल की उम्र में कर दी थी.
फिर इन्होनें दस वर्षों तक अनेक स्थानों से प्रशिक्षण एवं शिक्षा प्राप्त की और एक गायक के रूप में ये उभर कर आए, और अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद शाहरुख खान की फिल्म “माई नेम इज खान” के लिए एक संगीत बनाया जिससे इन्होनें अपनी पहचान बनाई. इसके बाद में इन्होनें बीबीसी के एक वीडियो को अपनी आवाज़ दी,जिसके लिए ये बहुत ही प्रसिद्ध हुए.
अरमान मलिक ने 2015 में “सलमान खान” की फिल्म जय हो के लिए एक गाना गाया. तब इनके साथ इनके भाई अमाल मलिक भी फिल्म में सहायक गायकार के रूप में इनके साथ दिखाई दिए. अरमान मलिक को “औलिया” गाने के कारण उद्योग में कुछ पहचान मिली। अरमान मलिक ने “सोना पत्र” के साथ नैना जैसे गाने गाया जिसके बाद इंडस्ट्री को एक नई आवाज दी.
इनकी पहली फ़िल्म ऑन-स्क्रीन 2011 में कच्छा लिंबू फिल्म की थी. अरमान जल्दी ही एक संगीतकार बन गए थे क्योंकि इनके परिवार में सभी संगीत से जुड़े हुए थे. क्योंकि वह एक के बाद एक गीत गा रहे थे।
“मैं रहू या ना रहूं”,” और “बोल दो ना ज़रा”, “मैं हूं हीरो तेरा”, “ख्वाहिशें”, “तुम्हें अपना बनाना का”, “वजह तुम ही हो”, “सब तेरा “, , उनके सबसे प्रसिद्ध गीतों में से कुछ हैं। उन्हें भारत के बॉलीवुड में “बट्टा बोम्मा,” “चले आना,” और “दिल में हो तुम” जैसे गानों गाए.
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