आज इस आर्टिकल में हम आपको अनिल कुंबले की जीवनी – Anil Kumble Biography Hindi के बारे में बताएगे।
अनिल कुंबले की जीवनी – Anil Kumble Biography Hindi
अनिल कुंबले एक भारतीय खिलाड़ी और पूर्व कप्तान भी रह चुके है।
वे दायें हाथ के खिलाड़ी है। उन्होने कर्नाटक की तरफ से अपना फस्ट क्लास डेब्यू हैदराबाद के ख़िलाफ़ 1989 में किया जिसमें कुंबले ने चार विकेट लिए।
उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अंडर 19 टीम में चुन लिया गया।
कुंबले ने 1990 से 2008 के बीच चले अप्ने टेस्ट जीवन में खेले 132 टेस्ट मैचों में 40850 गेंदे फेंककर 18355 रन देकर 29. 65 की औसत से 619 विकेट लिए।
अनिल कुंबले को 1995 में भारत सरकार द्वारा ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किया गया।
कुंबले ने मार्च, 2007 में अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
जन्म
अनिल कुंबले का जन्म 17 अक्टूबर 1970 को बंगलौर, कर्नाटक में हुआ था।
उनका पूरा नाम अनिल राधाकृष्ण कुंबले है।
उनके पिता का नाम कृष्णा स्वामी और उनकी माता का नाम सरोजा देवी है।
उन्होने 1999 में चेतना रामतीर्थ के साथ विवाह किया जिनसे इनके एक बेटी और बेटा हुआ जिनका नाम स्वस्ति और मायस है।
इसके बाद में उन्होने आरुणि को गोद लिया जो चेतना की पहली शादी से बेटी थी।
शिक्षा – अनिल कुंबले की जीवनी
अनिल कुंबले ने अपनी शुरुआती शिक्षा होली सेंट इंग्लिश स्कूल, कोरमंगला, बेंगलुरु से प्राप्त की।
उन्होंने नेशनल कॉलेज बसावनागुडी से शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात् 1992 में राष्ट्रीय विद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है।
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हाइट और वजन
- अनिल कुंबले की हाइट 6 फुट 1 इंच है। उनकी लंबी हाइट की वजह से जंबो के नाम से भी जाना जाता है।
- अनिल कुंबले का वजन लगभग 78 Kg है।
करियर
कर्नाटक की तरफ से कुंबले ने अपना फस्ट क्लास डेब्यू हैदराबाद के ख़िलाफ़ 1989 में किया जिसमें उन्होंने चार विकेट लिए। उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अंडर 19 टीम में चुन लिया गया।
कुंबले ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे में अप्रैल 1990 में पदार्पण किया। इसी वर्ष इंग्लैड के ख़िलाफ़ पहला टेस्ट मैच खेला।
अनिल कुंबले ने 132 टेस्ट मैच की 236 पारियों में 619 विकेट लेकर टीम इंडिया के सबसे सफल गेंदबाज बने हुए हैं। 271 एकदिवसीय मैच की 265 पारियों में 337 विकेट लेने का गौरव भी उनके नाम है।
कुंबले ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे में अप्रैल 1990 में पदार्पण किया। इसी वर्ष इंग्लैड के ख़िलाफ़ पहला टेस्ट मैच खेला। अनिल कुंबले 2006 से भारतीय क्रिकेट टीम के 1साल तक कप्तान भी रहे। कुंबले ने मार्च, 2007 में अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
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करियर आँकड़े – अनिल कुंबले की जीवनी
करियर आँकड़े
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प्रारूप | टेस्ट क्रिकेट | एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय | प्रथम श्रेणी |
मुक़ाबले | 132 | 271 | 244 |
बनाये गये रन | 2506 | 938 | 5572 |
बल्लेबाज़ी औसत | 17.77 | 10.53 | 21.68 |
100/50 | 1/5 | 0/0 | 7/17 |
सर्वोच्च स्कोर | 110 नाबाद | 26 | 154 नाबाद |
फेंकी गई गेंदें | 40850 | 14496 | 66931 |
विकेट | 619 | 337 | 1136 |
गेंदबाज़ी औसत | 29.65 | 30.89 | 25.83 |
पारी में 5 विकेट | 35 | 2 | 72 |
मुक़ाबले में 10 विकेट | 8 | 19 | |
सर्वोच्च गेंदबाज़ी | 10/74 | 6/12 | 10/74 |
कैच/स्टम्पिंग | 60 | 85 | 120 |
रिकॉर्ड
- लोगों ने उनकी सबसे ज्यादा प्रशंसा तब की जब उन्होने फर्स्ट क्लास मैच में 4 विकेट लिए थे कर्नाटक की ओर से हैदराबाद के।
- 1999 में उन्होने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में 10 विकेट लेने इतिहास रचा था।
- वे हले भारतीय खिलाड़ी थे जिन्होंने साल में सबसे अधिक विकेट लिए थे जिसकी संख्या 61 थी।
- उन्होने सबसे अधिक 56 विकेट्स शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में लिए।
- उन्होने टेस्ट करियर में सबसे अधिक गेंदबाजी की है जिसकी संख्या 40850 थी।
- कपिल देव के बाद वे दूसरे बॉलर थे जिनहोने अपने टेस्ट करियर में 400 विकेट लिए।
- वे पहले भारतीय गेंदबाज थे जिन्होंने अपने सबसे ज्यादा मैचों में 5 विकेट लिए।
पुरस्कार
- अनिल कुंबले को 1995 में भारत सरकार द्वारा ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किया गया।
- 1996 में विजडन क्रिकेटर्स ऑफ़ द इयर में से एक।
- 2005 में भारत सरकार का नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
- ICC क्रिकेट हॉल ऑफ फ़ेम, 2015 में ICC का एक खेल पुरस्कार है।
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अन्य जानकारी – अनिल कुंबले की जीवनी
- वे इतिहास के दूसरे गेंदबाज हैं जिन्होंने एक मैच में 10 विकेट लिए।
- इस उपलब्धि के कारण एम. जी. रोड, बेंगलुरु के एक प्रमुख चौराहे का नाम उनके नाम पर रखा गया है।
- एक बार उन्होने टेस्ट मैच में 72 ओवर पे बॉल दी।
- 2002 में एक बार वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में उन्होने लगातार 14 बॉल्स दी बिना रुके और ब्रायन लारा का विकेट लिया।
- उन्होने अगस्त 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में अपना एक मात्र सतक बनाया था। जिसमे उन्होने 110 रन बनाये और लक्ष 118 का रखा था।
- उनका अंतर्राष्ट्रीय पहला विकेट श्री लंका का शॉल करनैन और आखिरी विकेट ऑस्ट्रेलिआ का मिचेल जॉनसन का था।
- बैंगलोर में एक रोड का नाम इनके नाम पे दिया गया है।
- इन्हे अर्जुन अवॉर्ड और पद्मश्री अवार्ड मिल चुका है।
- इन्हे 1996 में विस्डेन क्रिकेटर्स की लिस्ट में भी रखा गया है।
- जून 2016 से जून 2017 तक ये भारतीय टीम के हेड कोच भी रहे हैं।
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