अचल कुमार ज्योति की जीवनी – Achal Kumar Jyoti Biography Hindi

आज इस आर्टिकल में हम आपको अचल कुमार ज्योति की जीवनी – Achal Kumar Jyoti Biography Hindi के बारे में बताएगे।

अचल कुमार ज्योति की जीवनी – Achal Kumar Jyoti Biography Hindi

अचल कुमार ज्योति की जीवनी
अचल कुमार ज्योति की जीवनी

(English – Achal Kumar Jyoti)अचल कुमार ज्योति भारत के 21वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त रहे हैं।

वे गुजरात के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं।

वह जनवरी 2013 में गुजरात के मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।

अचल कुमार ज्योति को 7 मई, 2015 को तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में नियुक्त किया गया था।

वह 1975 बैच के गुजरात कैडर के आई.ए.एस. अधिकारी हैं।

संक्षिप्त विवरण

नाम अचल कुमार ज्योति
पूरा नाम, अन्य नाम
अचल कुमार ज्योति
जन्म 23 जनवरी, 1953
जन्म स्थान पंजाब, भारत
पिता का नाम किशोर चंद ज्योति
माता  का नाम सुहागरानी ज्योति
राष्ट्रीयता भारतीय
धर्म
जाति

जन्म

अचल कुमार ज्योति का जन्म 23 जनवरी, 1953 को पंजाब, भारत में हुआ ।

उनके पिता का नाम किशोर चंद ज्योति जोकि  सेना मुख्यालय में चीफ स्टाफ अफसर थे।

तथा  उनकी माता  का नाम सुहागरानी ज्योति था।

करियर – अचल कुमार ज्योति की जीवनी

अचल कुमार ज्योति 22 साल की उम्र में ही आई.ए.एस. बन गए। 1999 में अचल कुमार ज्योति को कांडला पोर्ट ट्रस्ट का चेयरमैन बनाया गया। 2004 में वह सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर बने। वे गुजरात में आय, उद्योग, जलापूर्ति सचिव भी रहे।

अचल कुमार नरेन्द्र मोदी के खास हैं। इसकी वजह है उनका गुजरात कैडर का आईएएस होना। जब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे, तब वह 2010 में वहां के मुख्य सचिव रहे थे।

Achal Kumar Jyoti गुजरात के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं। वह जनवरी 2013 में गुजरात के मुख्य चुनाव आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। अचल कुमार ज्योति को 7 मई, 2015 को तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में नियुक्त किया गया था।

अचल कुमार ज्योति ने अपने पूर्वाधिकारी नसीम ज़ैदी का स्थान लिया है। नसीम ज़ैदी 19 अप्रैल, 2015 को भारत के 20वें मुख्य चुनाव आयुक्त बने थे।

अचल कुमार जी 21वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त रहे हैं वे इस पद पर 6 जुलाई, 2017 से 22 जनवरी, 2018 तक रहे।
उनका पहला चुनाव राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का रहा।

इसके अलावा उन्हें गुजरात और हिमाचल प्रदेश के भी चुनाव कराने का अनुभव है।

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