आज इस आर्टिकल में हम आपको पी. बंदोपाध्याय की जीवनी – Padmavathy Bandopadhyay Biography Hindi
पी. बंदोपाध्याय की जीवनी – Padmavathy Bandopadhyay Biography Hindi
पी. बंदोपाध्याय भारतीय वायु सेना की पहली महिला एयर मार्शल हैं।
वह तीन-सितारा रैंक में पदोन्नत होने वाली भारतीय सशस्त्र बलों में दूसरी महिला हैं।
जन्म
पी. बंदोपाध्याय का जन्म 4 नवंबर 1944 को आंध्र प्रदेश के तिरुपति में हुआ था।
उनका बचपन में पूरा नाम पद्मावती स्वामीनाथन था ।
उन्होंने वायु सेना के एक अधिकारी एस एन बंदोपाध्याय से शादी की।
शिक्षा
उन्होंने मानविकी धारा में DTEA में अध्ययन किया। स्कूल से स्नातक होने के बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में मानविकी से विज्ञान स्ट्रीम में कठिन और असामान्य परिवर्तन किया। उन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज में प्री-मेडिकल की पढ़ाई की और फिर 1963 में सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज, पुणे में दाखिला लिया।
करियर – पी. बंदोपाध्याय की जीवनी
वह 1968 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुईं।
उन्हें 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान उनके आचरण के लिए विशिष्ट सेवा पदक (वीएसएम) से सम्मानित किया गया था।
सती नाथ और पद्मा एक ही निवेश परेड में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले IAF युगल थे ।
अपने करियर में वह भारत की एयरोस्पेस मेडिकल सोसाइटी की फेलो बनने वाली पहली महिला और उत्तरी ध्रुव पर वैज्ञानिक शोध करने वाली पहली भारतीय महिला हैं।
वह 1978 में रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज पाठ्यक्रम पूरा करने वाली पहली महिला सशस्त्र बल अधिकारी भी हैं। वह एयर हेडक्वार्टर में डायरेक्टर जनरल मेडिकल सर्विसेज (एयर) थीं।
2002 में, वह एयर वाइस मार्शल (टू-स्टार रैंक) में पदोन्नत होने वाली पहली महिला बनीं। बंदोपाध्याय एक विमानन चिकित्सा विशेषज्ञ और न्यूयॉर्क एकेडमी ऑफ साइंसेज के सदस्य हैं।
मिल्ट्री अवार्ड – पी. बंदोपाध्याय की जीवनी
- अति विशिष्ट सेवा पदक– संग्राम पदक, स्वतंत्रता पदक की 25 वीं वर्षगांठ
- वशिष्ठ सेवा पदक– संचालन विजय पदक ने किया, उच्च योग्यता सेवा पदक, 30 साल लंबी सेवा मेडल, 20 साल लंबी सेवा मेडल
- पाश्चिमी स्टार– स्वतंत्रता पदक की 50 वीं वर्षगांठ, 9 साल लंबी सेवा मेडल
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