आज इस आर्टिकल में हम आपको रानी रामपाल की जीवनी – Rani Rampal Biography Hindi के बारे में बताएगे।
रानी रामपाल की जीवनी – Rani Rampal Biography Hindi
Rani Rampal भारतीय हॉकी खिलाड़ी हैं।
उन्होने 15 साल की उम्र में कनाडा में आयोजित विश्व कप 2010 में खेलने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी थी, जहां उन्होंने सर्वाधिक 7 गोल किए थे।
2016 में उन्हें भारत सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 26 जनवरी 2020 को रानी रामपाल को पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
जन्म
Rani Rampal का जन्म 4 दिसंबर 1994 को शाहबाद, हरियाणा, भारत में हुआ था।
उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था।
उनके पिता का नाम रामपाल है जोकि घोड़ागाड़ी चलाते हैं और मां एक गृहणी हैं।
परिवार में भाई-बहनों में रानी सबसे छोटी हैं। रानी के दो बड़े भाईं हैं।
एक भाई किसी दुकान पर सहायक का काम करते हैं। उनसे बड़े भाई बढ़ई है।
अपने प्रदर्शन के बाद रानी ने रेलवे में क्लर्क की नौकरी हासिल की और टीम के साथ-साथ परिवार की भी जिम्मेदारी संभाली।
प्रशिक्षण
2003 में 9 साल की उम्र में उन्होंने द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्तकर्ता बलदेव सिंह की मदद से शाहबाद हॉकी अकादमी में प्रशिक्षण देना शुरू किया; जिसके बाद वह उन्हें कोच और सलाहकार के रूप में अपने जीवन में सबसे महत्वपूर्ण लोगों में से एक मानती हैं।
हाइट और वजन
उनकी लम्बाई लगभग 5फिट 3 इंच है
तथा उनका वजन लगभग 60 कि० ग्रा० है।
करियर – रानी रामपाल की जीवनी
रानी ने करीब 4 साल पहले 14 साल की उम्र में अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला।
इसके बाद 2010 में 15 की उम्र में वो महिला विश्व कप में सबसे युवा खिलाड़ी बनी।
उन्होंने 2009 में एशिया कप के दौरान भारत को रजत पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई। वह 2010 के राष्ट्रमंडल खेल और 2010 के एशियाई खेल के दौरान भारतीय टीम का हिस्सा थीं।
2013 में जूनियर महिला हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता जो कि विश्व कप हॉकी प्रतिस्पर्धा में 38 साल बाद भारत का पहला कोई मेडल है। इस जीत का श्रेय रानी रामपाल और मनजित कौर का है। वह आमतौर पर सेंटर फॉरवर्ड पर खेलती हैं।
25 जनवरी 2020 को उनके दो गोल की मदद से भारतीय महिला हॉकी टीम ने न्यूजीलैंड डेवलपमेंट टीम पर 4-0 की जीत के साथ ओलंपिक वर्ष का पहला दौरा शुरू किया।
उपलब्धियाँ
- रानी ने मार्च 2018 में कोरिया के खिलाफ अपना 200 वां मैच खेला।
- जूनियर हॉकी विश्व कप 2013 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट
- 2010 में 15 की उम्र में वो महिला विश्व कप में सबसे युवा खिलाड़ी बनी।
- रॉजारियो (अर्जेंटीना) में महिला हॉकी वर्ल्ड कप में सात गोल कर सर्वश्रेष्ठ यंग फॉरवर्ड का अवॉर्ड।
- जूनियर वर्ल्ड कप में तीसरे स्थान के लिए इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में दो गोल दाग कर 38 साल बाद भारत की झोली में मैडल डाला।
- मॉनचेनग्लाबैक में भारत बनाम इंग्लैंड मैच के दौरान उन्होंने भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
- जिसके चलते उन्हें कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।
- ‘यंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’
पुरस्कार – रानी रामपाल की जीवनी
- 26 जनवरी 2020 को रानी रामपाल को पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
- 2016 में उन्हें भारत सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- महिला विश्व कप (2010) में, उनका नाम एफआईएच यंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के रूप में नामित किया गया और जिसके चलते वह एकमात्र भारतीय महिला खिलाड़ी बनी।
- 2014 में, उन्हें फिक्की कमबैक ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इसे भी पढ़े – फिलिप लार्किन की जीवनी – Philip Larkin Biography Hindi