आज इस आर्टिकल में हम आपको शिवराज सिंह चौहान की जीवनी – Shivraj Singh Chauhan Biography Hindi के जीवन के बारे में बताएगे।
शिवराज सिंह चौहान की जीवनी – Shivraj Singh Chauhan Biography Hindi
शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के 29वें मुख्यमंत्री हैं।
वे ‘भारतीय जनता पार्टी’ के वरिष्ठ नेता और ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ के कार्यकर्ताओं में से एक है।
शिवराज सिंह 1990 में पहली बार बुधनी विधान सभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे।
1991 में भी वे विदिशा संसदीय क्षेत्र से पहली बार सांसद बने।
भाजपा महासचिव रह चुके शिवराज सिंह भाजपा की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी रहे चुके हैं।
जन्म
शिवराज सिंह चौहान का जन्म 5 मार्च, 1959 को जैतगाँव, सिहोर ज़िला, मध्य प्रदेश में हुआ था
वे ‘किरार राजपूत’ परिवार से है।
उनके पिता का नाम प्रेमसिंह चौहान और उनकी माता का नाम सुंदरबाई चौहान है।
शिवराज सिंह चौहान का 1992 में साधना सिंह के साथ शादी हुई।
जबकि उन्होंने आजीवन कुवाँरे रहने की प्रतीज्ञा की थी। श्री चौहान दो बेटे हैं।
शिक्षा
शिवराज सिंह चौहान ने ‘बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय’, भोपाल से स्नातकोत्तर (एम.ए.) दर्शनशास्त्र से किया और स्वर्ण पदक के साथ शिक्षा पूर्ण की।
शिवराज 1975 में ‘मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल’ में छात्रसंघ के अध्यक्ष भी बने।
करियर – शिवराज सिंह चौहान की जीवनी
1972 से 1997 तक
- 1972 में ही वे ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ से जुड़ गये थे और इसके बाद फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
- उन्होंने आपात काल का विरोध किया और 1976 से 1977 के दौरान उन्हे भोपाल जेल में रखा गया।
- जन समस्याओं के लिए उन्होंने कई बार आन्दोलन किए जिसके चलते उन्हे जेल की सजा भी काटनी पड़ी
- 1977-1978 में वे ‘अखिल भारतीय विधार्थी परिषद’ के संगठन मंत्री चुने गए।
- वे 1978 से 1980 तक ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद’ के मध्य प्रदेश के संयुक्त मंत्री रह चुके है।
- शिवराज सिंह चौहान 1980 से 1982 तक ‘अखिल भारतीय विधार्थी परिषद’ के प्रदेश महासचिव, 1982-1983 में परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य, 1984-1985 में ‘भारतीय जनता युवा मोर्चा’, मध्य प्रदेश के संयुक्त सचिव, 1985 से 1988 तक महासचिव और 1988 से 1991 तक युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे।
- चौहान जी 1990 में पहली बार बुधनी विधान सभा क्षेत्र से विधायक बने
- और 1991 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से पहली बार सांसद बनाये गये।
- शिवराज सिंह चौहान 1991-1992 मे ‘अखिल भारतीय केशरिया वाहिनी’ के संयोजक और 1992 में ‘अखिल भारतीय जनता युवा मोर्चा’ के महासचिव बने।
- 1992 से 1994 तक ‘भारतीय जनता पार्टी’ के प्रदेश महासचिव नियुक्त हुए।
- 1992 से 1996 तक ‘मानव संसाधन विकास मंत्रालय’ की परामर्शदात्री समिति, 1993 से 1996 तक ‘श्रम और कल्याण समिति’ तथा 1994 से 1996 तक ‘हिन्दी सलाहकार समिति’ के सदस्य रहे।
- ग्यारहवीं लोक सभा में वर्ष 1996 में शिवराज सिंह विदिशा संसदीय क्षेत्र से पुन: सांसद चुने गये।
- शिवराज सिंह चौहान सांसद के रूप में 1996-1997 में ‘नगरीय एवं ग्रामीण विकास समिति’, ‘मानव संसाधन विकास विभाग’ की परामर्शदात्री समिति तथा ‘नगरीय एवं ग्रामीण विकास समिति’ के सदस्य रहे।
1998 से 2008 तक
- वे 1998 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से ही तीसरी बार बारहवीं लोक सभा के लिए सांसद चुने गये।
- उन्हे 1998-1999 में प्राक्कलन समिति के सदस्य बनाया गया
- शिवराज सिंह 1999 में विदिशा से ही चौथी बार तेरहवीं लोक सभा के लिये सांसद निर्वाचित किया गया ।
- वे 1999-2000 में कृषि समिति के सदस्य और 1999-2001 में सार्वजनिक उपक्रम समिति के सदस्य रहे
- 2000 से 2003 तक शिवराज सिंह ‘भारतीय जनता युवा मोर्चा’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।
- इस दौरान वे लोक सभा के अध्यक्ष और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भी चुने गए।
- 2000 से 2004 तक संचार मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के सदस्य के रूप में भी उन्होने कार्य किया ।
- शिवराज सिंह को पाँचवी बार भी विदिशा से चौदहवीं लोक सभा के सदस्य निर्वाचित किया गया।
- उन्हे 2004 में कृषि समिति, लाभ के पदों के विषय में गठित संयुक्त समिति के सदस्य, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव, भाजपा संसदीय बोर्ड के सचिव, केन्द्रीय चुनाव समिति के सचिव एवं नैतिकता विषय पर गठित समिति के सदस्य और लोक सभा की आवास समिति के अध्यक्ष रह चुके।
- उन्हें 2005 में ‘भारतीय जनता पार्टी’ का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
- शिवराज सिंह चौहान को 29 नवम्बर, 2005 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए ।
- प्रदेश की तेरहवीं विधान सभा के निर्वाचन में शिवराज जी ने ‘भारतीय जनता पार्टी’ के स्टार प्रचारक की भूमिका का बखूबी निर्वहन कर विजयश्री प्राप्त की।
- शिवराज सिंह को 10 दिसम्बर, 2008 को ‘भारतीय जनता पार्टी’ के 143 सदस्यीय विधायक दल ने सर्वसमति से नेता चुने गए।
- शिवराज चौहान ने 12 दिसम्बर, 2008 को भोपाल के जम्बूरी मैदान में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की।
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