आज इस आर्टिकल में हम आपको उमा देवी खत्री की जीवनी – Uma Devi Khatri Biography Hindi के बारे में बताएगे।
उमा देवी खत्री की जीवनी – Uma Devi Khatri Biography Hindi
उमा देवी खत्री हिंदी फिल्मों की मशहूर कॉमेडियन और पार्श्वगायिका थी।
उनके मोटे होने के कारण वे फिल्मी दुनिया में टुन टुन के नाम से जानी जाती थी।
जन्म
उमा देवी खत्री का जन्म 11 जुलाई 1930 को उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था।
उनके मां-बाप बचपन में ही गुजर गए थे। टुन टुन से 9 साल बड़ा उनका एक भाई हरि था।
वहीं उनका ख्याल रखता था। लेकनि कुछ समय बाद हरि का भी निधन हो गया।
टुन टुन को बचपन से ही गाने का शौक था और वो मुंबई आकर सिंगर बनना चाहती थीं।
टुन टुन ने ठान लिया था कि जब भी उन्हें गाने का मौका मिलेगा तो वो नौशाद के लिए गाएंगी।
एक दिन चुपचाप वो रिश्तेदारों से भागकर मुंबई आ गईं।
करियर – उमा देवी खत्री की जीवनी
मुंबई में सीधे संगीत निर्देशक नौशाद अलीके पास गयी थी। इन्होने नौशाद अली से कहा था कि वो गा सकती हैं और अगर उन्होने उन्हें काम नहीं दिया तो वो सागर मे डूब कर जान दे देंगी। नौशाद ने उन्हें सुना और उसी समय उन्हें काम दे दिया।
उनका पहला गीत फिल्म ‘दर्द’ में ‘अफसाना लिख रही हूं’ था। ये गाना सुपरहिट हुआ और टुन टुन की किस्मत चमक गई। टुन टुन का ये गाना एक पाकिस्तानी अख्तरअब्बास काजी को इतना पसंद आया कि वो अपना मुल्क छोड़कर भारत आ गए और टुन टुन से शादी कर ली। अख्तर टुन टुन के पुराने जानने वाले थे।
इसके बाद तो टुन टुन ने लगातार करीब 45 गाने गाए। लेकिन प्रेग्नेंट होने और कुछ घरेलू जिम्मेदारियों के चलते उन्हें फिल्मों से ब्रेक लेना पड़ा। टुन टुन के पति अख्तर नौकरी करते थे लेकिन परिवार बढ़ने के साथ सैलरी कम पड़ने लगी।
इसलिए टुन टुन ने फिर काम करने की सोची। बच्चे होने के बाद टुन टुन का वजन लगातार बढ़ता जा रहा था।
तभी नौशाद फिल्म ‘बाबुल’ बना रहे थे।
उन्होंने टुन टुन से एक हास्य किरदार करने को कहा जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
इसी फिल्म में नौशाद साहब ने उमा देवी को टुन टुन नाम दिया था।
जो आगे चलकर उनकी पहचान बन गई।
टुन टुन का किरदार लोगों को बेहद पसंद आया और देखते ही देखते वो एक कॉमेडी एक्ट्रेस बन गईं।
अपने पांच दशक के करियर में उन्होने करीब 200 फिल्मों में काम किया।
उस समय के लगभग सभी प्रमुख हास्य अभिनेताओं जैसे कि भगवान दादा, आग़ा, सुन्दर, मुकरी, धूमल और जॉनी वॉकर के साथ काम किया।
90 का दशक में पति की मौत के बाद उन्होंने फिल्मों से खुद को अलग कर लिया।
फिल्में
1988 एक आदमी | 1987 दीवाना तेरे नाम का | 1986 खेल मोहब्बत का | 1985 लवर बॉय |
1984 राजा और राना | 1983 हादसा | 1983 पेंटर बाबू | 1982 अपराधी कौन? |
1982 हथकड़ी | 1982 नमक हलाल | 1980 कुर्बानी | 1980 साजन मेरे मैं साजन की |
1980 यारी दुश्मनी | 1979 बातों बातों में | 1979 सरकारी मेहमान | 1978 प्रेमी गंगाराम |
1978 फंदेबाज़ | 1978 हीरालाल पन्नालाल | 1978 सत्यम शिवम सुन्दरम | 1978 नसबंदी |
1978 अँखियों के झरोखे से | 1977 अगर | 1977 आप की खातिर | 1977 टैक्सी टैक्सी |
1977 त्याग | 1977 चाचा भतीजा | 1977 पापी | 1976 रंगीला रतन |
1976 आप बीती | 1975 धोती लोटा और चौपाटी | 1973 हीरा | 1973 कच्चे धागे |
1973 बंधे हाथ | 1972 समाधि | 1972 गरम मसाला | 1972 मोम की गुड़िया |
1972 सबसे बड़ा सुख | 1972 अपराध | 1972 दिल दौलत दुनिया | 1972 आँखों आँखों में |
1971 एक पहेली | 1971 हलचल | 1970 पहचान | 1970 हिम्मत |
1969 अंजाना | 1969 अनमोल मोती | 1969 कन्यादान | 1969 दो रास्ते |
1968 परिवार | 1968 आबरू | 1968 दिल और मोहब्बत | 1968 दुनिया |
1967 गुनाहों का देवता | 1966 लड़का लड़की | 1966 फूल और पत्थर | 1966 सगाई |
1965 काजल | 1964 राजकुमार | 1964 मिस्टर एक्स इन बॉम्बे | 1963 एक दिल सौ अफ़साने |
1962 उम्मीद | 1962 हाफ टिकट | 1962 प्रोफेसर | 1962 झूला |
1961 पासपोर्ट | 1961 शमा | 1960 दिल अपना और प्रीत पराई | 1960 एक फूल चार काँटे |
1960 बम्बई का बाबू | 1960 चौदहवीं का चाँद | 1960 कोहिनूर | 1959 चाचा ज़िन्दाबाद |
1958 सोलवाँ साल | 1957 प्यासा | 1956 फिफ्टी फिफ्टी | 1956 सी आई डी |
1956 राज हठ | 1955 अलबेली | 1955 मिस्टर एंड मिसेज़ 55 | 1951 दीदार |
मृत्यु – उमा देवी खत्री की जीवनी
उमा देवी खत्री की मृत्यु 24 नवंबर 2003 को हुई थी
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