आज इस आर्टिकल में हम आपको विक्रम सेठ की जीवनी – Vikram Seth Biography Hindi के बारे में बताएगे।
विक्रम सेठ की जीवनी – Vikram Seth Biography Hindi
विक्रम सेठ एक भारतीय कवि, उपन्यासकार, सफ़र लेखक, बच्चों के लेखक, संगीतनाट्य के पाठक, और इतिहास के लेखक है।
उन्हे उनके चार उपन्यासों द गोल्डन गेट, सूटेबल बॉय, एन इक्वल म्यूजिक के लिए जाना जाता है। उन्हे साहित्य अकादेमी पुरस्कार, पद्मश्री, प्रवासी भारतीय सम्मान, डब्लू एच स्मिथ साहित्य और क्रॉसवर्ड बुक अवार्ड से उन्हे सम्मानित किया जा चुका है।
2001 में विक्रम सेठ को ऑर्डर ऑफ ब्रिटिश अंपायर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
अभिव्यक्ति की आजादी के मुद्दे पर कई साहित्यकारों की तरह विक्रम सेठ भी साहित्य अकादेमी पुरस्कार लौटना चाहते थे।
जन्म
विक्रम सेठ का जन्म 20 जून 1952 में कलकत्ता में हुआ। उनके पिता का नाम प्रेम सेठ और उनकी माता का नाम लीला सेठ है।
1996 में एंग्लिकन कवी जॉर्ज हर्बर्ट का घर खरीदने के बाद और उसे नया बनाने के बाद, सेठ दिल्ली में अपने माता- पिता के साथ रहते है और उनका एक बड़ा पुस्तकालय सँभालते है।
उनकी माँ लीला सेठ हाईकोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायधीश थी।
उनके चाचा का नाम शांति बिहारी सेठ तथा उनकी चाची का नाम हेन्नेरले गर्दा कारो है।
उनके जीवन पर भी विक्रम सेठ ने एक सच्ची घटना पर आधारित एक पुस्तक लिखी है।
शिक्षा – विक्रम सेठ की जीवनी
विक्रम सेठ की प्रारंभिक शिक्षा दून स्कूल और टानब्रिज स्कूल में हुई।
आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में उन्होंने दर्शनशास्त्र राजनीतिशास्त्र और अर्थशास्त्र का अध्यन किया,
बाद में उन्होंने नानजिंग विश्वविद्यालय में क्लासिकल चीनी कविता का भी अध्यन किया।
विक्रम सेठ ने विशेष रूप से चीनी भाषा का अध्ययन किया।
करियर
1980 से 1992 तक
- जब वह अमेरिका के स्टनफोर्ड यूनिवर्सिटी में थे, तब वह रचनात्मक लेखन के क्षेत्र में वालस स्तेग्नेर फेलो थे। उसी समय उन्होंने कविता लिखना शुरू कर दिया था जो इनके ‘मप्पिंग्स’ में सन 1980 मे प्रसिद्ध हुई थी। इस किताब को आलोचकों से अच्छी समीक्षा मिल नहीं पाई।
- 1980 से 1982 तक वह उनके क्षेत्र के शोध हेतु चीन चले गए थे। डॉक्टरेट शोध प्रबंध के साहित्य जिसे उन्होने कभी नहीं लिखा था इसको इकट्ठा करने के लिए चीन में बड़े पैमाने पर यात्रा की।
- जब वो चीन में थे तब नानजिंग यूनिवर्सिटी में शास्त्रीय चीनी कविता और भाषा का अध्ययन किया।
- 1983 इनकी दूसरी किताब ‘फ्रॉम हेवन लेक’ प्रसिद्ध हुई। इसमें उन्होने उनकी चीन से भारत की यात्रा के बारे में बताया है। समीक्षकों ने इस किताब की प्रशंसा की और उनका कार्य सभी के सामने आया। 1985 में इनकी ‘द अम्बल एडमिनिस्ट्रेटर्स गार्डन’ नामक एक और कविता की किताब प्रकाशित हुई।
- 1986 में आया उनका एक उपन्यास ‘द गोल्डन गेट’ अद्वितीय थी क्यु की के पूरी किताब कविता के रूप में थी और ये सिलिकॉन वैली के लोगों के जीवन के बारे में बताती है।
- यह उपन्यास अलेक्सांद्र पुश्किन का कार्य ‘यूजीने ओनेगिन’ से प्रेरित है। यह किताब काफ़ी सफ़ल रही और साहित्यिक प्रेस से उन्हें काफ़ी प्रशंसा भी प्राप्त हुई।
- 1990 में उन्होने ‘आल यू हु स्लीप टुनाइट’ नामक कविता की किताब लिखी। और 1992 में ‘थ्री चायनीज पोएट्स’ नाम की कविता की पुस्तक लिखी है।
- 1992 में सेठ ने बच्चों के लिए एक किताब लिखी जिसका नाम ‘बीस्टली टेल्स फ्रॉम हेरा एंड देयर’ है। इसमें प्राणियों के बारे में दस कहानिया है।
1993 से 2016 तक
- 1993 में इनकी सबसे प्रसिद्ध किताब आयी वो थी ‘अ सूटेबल बॉय’। ये कहाँनी स्वतंत्रता मिलने के बाद एक परिवार पर आधारित है
- इस किताब में 1349 पन्ने है और ये इंग्लिश भाषा की लम्बी किताबों में से एक है।
- 1994 में उनकी एक और किताब आयी और वो थी ‘द फ्रॉग एंड नाइटिंगेल’।
- 1999 में उनकी ‘इक्वल म्यूजिक’ पुस्तक प्रसिद्ध हुई। इस किताब की कहानी वायलिन वादक माइकल और पियानोवादक जूलिया के प्यार पर आधारित है।
- इस किताब को संगीत के प्रशंसको ने काफ़ी पसंद किया। विक्रम सेठ ने इस किताब में जो संगीत का वर्णन किया है उसके लिए भी लोगों ने उनकी तारीफ की।
- 2005 में उनकी एक और किताब आयी वो थी ‘टू लाइव’। ये किताब सच्ची घटना पर आधारित है। ये कहानी उनके बड़े चाचा शांति बिहारी सेठ और उनकी जर्मन ज्यूइश चाची हेन्नेरले गर्दा कारो पर आधारित है।
- अभी विक्रम सेठ ‘अ सूटेबल बॉय’ के अगले भाग पर काम कर रहे है। उसका नाम ‘अ सूटेबल गर्ल’ है जो 2016 में आई है।
- किताब ‘अ सूटेबल बॉय’ उनके करियर की सबसे अहम किताब मानी जाती है। यह इंग्लिश भाषा की लम्बी किताबों में से एक है। इसमें 1952 तक के चुनाव और राजनितिक मुद्दे की जानकारी दी गयी है।
प्रमुख पुस्तक
- द गोल्डन गेट (1986)
- अ सूटेबल बॉय (1993)
- एन इक्वल म्यूजिक (1999)
- अ सूटेबल गर्ल ( 2016)
बच्चों की किताबे
- अरिओन एंड द डॉलफिन (1994)
सत्य कथा पर आधारित किताबे
- 1983 – फ्रॉम हेवन लेक: ट्रेवल्स थ्रू सिंकियांग एंड तिबेट
- 2005 – टू लाइव
- 2005 – द रिवेरेड अर्थ
कवितायें
- द अम्बल एडमिनिस्ट्रेटर्स गार्डन -1985
- मप्पिंग्स -1986
- आल यू हु स्लीप टुनाइट -1990
- बीस्टली टेल्स -1991
- थ्री चायनीज पोएट्स -1992
- समर रिक्विम: अ बुक ऑफ़ पोयम्स -2012
- द फ्रॉग एंड नाइटिंगेल -1994
पुरस्कार – विक्रम सेठ की जीवनी
- 1983 में फ्रॉम हेवन लेक:ट्रेवल्स थ्रू सिंकियांग एंड तिबेट के लिए थॉमस कुक ट्रेवल बुक अवार्ड से सम्मानित किया गया
- 1985 में हम्बल एडमिनिस्ट्रेटर्स गार्डन के लिए कामनवेल्थ पोएट्री प्राइज (एशिया) से नवाजा गया।
- 1988 में गोल्डन गेट के लिए साहित्य अकादेमी अवार्ड
- 1993 में अ सूटेबल बॉय के लिए आयरिश टाइम्स इंटरनेशनल फिक्शन प्राइज (शोर्टलिस्ट)
- 1994 में अ सूटेबल बॉय के लिए कामनवेल्थ राइटर प्राइज (सर्वश्रेष्ट किताब)
- 1994 में अ सूटेबल बॉय के लिए डब्लूएच स्मिथ लिटरेरी अवार्ड
- 1999 में आन इक्वल म्यूजिक के लिए क्रॉसवर्ड बुक अवार्ड
- 2001 में ऑफिसर के लिए आर्डर ऑफ़ द ब्रिटिश एम्पायर
- 2001 में आन इक्वल म्यूजिक के लिए इएमएमए (बीटी एथनिक एंड मल्टीकल्चरल मीडिया अवार्ड)
- 2005 में प्रवासी भारतीय सम्मान
- 2007 में उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया
- 2013 में भारत में सबसे 25 महान वैश्विक महापुरुष की सूची में शामिल हुए।