आज इस आर्टिकल में हम आपको केदारनाथ अग्रवाल की जीवनी – Kedarnath Agarwal Biography Hindi के बारे में बताएगे।
केदारनाथ अग्रवाल की जीवनी – Kedarnath Agarwal Biography Hindi
– English – Kedarnath Agarwal केदारनाथ अग्रवाल प्रगतिशील काव्य-धारा के एक प्रमुख कवि एवं लेखक थे।
उनका पहला काव्य-संग्रह ‘युग की गंगा’ देश की आज़ादी के पहले मार्च, 1947 में प्रकाशित हुआ।
उन्हे साहित्य अकादमी पुरस्कार जैसे कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
संक्षिप्त विवरण
नाम | केदारनाथ |
पूरा नाम | केदारनाथ अग्रवाल |
जन्म | 1 अप्रैल 1911 |
जन्म स्थान | कमासिन, बाँदा नगर, उत्तर प्रदेश |
पिता का नाम | हनुमान प्रसाद अग्रवाल |
माता का नाम | घसिट्टो देवी |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
जाति | अग्रवाल |
जन्म – केदारनाथ अग्रवाल की जीवनी
Kedarnath Agarwal का जन्म 1 अप्रैल 1911 को उत्तर प्रदेश के बाँदा नगर के कमासिन गाँव में एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था।
उनके पिता का नाम हनुमान प्रसाद अग्रवाल तथा उनकी माता का नाम घसिट्टो देवी थी।
उनके पिताजी स्वयं कवि थे और उनका एक काव्य संकलन ‘मधुरिम’ के नाम से प्रकाशित भी हुआ था।
शिक्षा
केदार जी का आरंभिक जीवन कमासिन के ग्रामीण माहौल में बीता और शिक्षा दीक्षा की शुरूआत भी वहीं हुई।
तत्पश्चात् अपने चाचा मुकुंदलाल अग्रवाल के संरक्षण में उन्होंने शिक्षा पाई। उन्होने रायबरेली, कटनी, जबलपुर, इलाहाबाद में उनकी पढ़ाई हुई।
इलाहाबाद में बी.ए. की उपाधि हासिल करने के बाद क़ानूनी शिक्षा उन्होंने कानपुर में हासिल की।
इसके बाद वे बाँदा पहुँचकर वहीं वकालत करने लगे थे।
करियर
Kedarnath Agarwal ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अध्ययन के दौरान ही कविताएँ लिखने की शुरुआत की। उनकी लेखनी में प्रयाग की प्रेरणा का बड़ा योगदान रहा है।
प्रयाग के साहित्यिक परिवेश से उनके गहरे रिश्ते का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी सभी मुख्य कृतियाँ इलाहाबाद के परिमल प्रकाशन से ही प्रकाशित हुई। उनकी प्रकाशित ढ़ाई दर्जन कृतियों में 23 कविता संग्रह, एक अनूदित कविताओं का संकलन, तीन निबंध संग्रह, एक उपन्यास, एक यात्रावृत्तांत, एक साक्षात्कार संकलन और एक पत्र-संकलन भी शामिल हैं।
प्रकाशित साहित्य
- काव्य संकलन युग की गंगा – 1947
- नींद के बादल – 1947
- लोक और आलोक – 1957
- फूल नहीं रंग बोलते हैं – 1965
- आग का आइना – 1970
- देश की कविताएं – 1970
- गुल मेंहदी – 1978
- आधुनिक कवि-16 – 1978
- पंख और पतवार – 1979
- हे मेरी तुम – 1981
- मार प्यार की थापें – 1981
- बम्बई का रक्त स्नान – 1981
- कहे केदार खरी खरी – 1983
- अपूर्वा – 1984
- जमुन जल तुम – 1984
- बोले बोल अबोल – 1985
- जो शिलाएं तोड़ते हैं – 1986
- आत्मगंध – 1988
- अनहारी हरियाली – 1990
- खुली आँखें खुले डैने – 1993
- पुष्पदीप – 1994
- वसंत में प्रसन्न हुई पृथ्वी – 1996
- कुहक कोपल खड़े पेड़ की देह – 1997
कविता संग्रह – केदारनाथ अग्रवाल की जीवनी
- युग की गंगा
- फूल नहीं, रंग बोलते हैं
- गुलमेंहदी
- हे मेरी तुम!
- बोलेबोल अबोल
- जमुन जल तुम
- कहें केदार खरी खरी
- मार प्यार की थापें आदि।
यात्रा संस्मरण
- बस्ती खिले गुलाबों की
- उपन्यास पतिया
- बैल बाजी मार ले गये
निबंध संग्रह
- समय समय पर – 1970
- विचार बोध – 1980
- विवेक विवेचन – 1980
पुरस्कार – केदारनाथ अग्रवाल की जीवनी
- उन्हे सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- Kedarnath Agarwal को तुलसी पुरस्कार से नवाजा गया।
- उन्हे मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
- साहित्य अकादमी पुरस्कार
- हिंदी संस्थान पुरस्कार
मृत्यु
Kedarnath Agarwal की 22 जून 2002 को मृत्यु हो गई।
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