आज इस आर्टिकल में हम आपको रजनीकान्त की जीवनी – Rajinikanth Biography Hindi के बारे में बताएगे।
रजनीकान्त की जीवनी – Rajinikanth Biography Hindi
रजनीकांत एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता है जो मुख्य रूप से तमिल सिनेमा में काम करते है।
फिल्मों में आने से पहले वे बैंगलोर ट्रांसपोर्ट सर्वीस में बस कंडक्टर के पद पर कार्यरत थे।
1973 में एक्टिंग में डिप्लोमा लेने के लिए उन्होंने मद्रास फ़िल्म इंस्टिट्यूट में एडमिशन लिया।
1975 की तमिल ड्रामा फ़िल्म अपूर्वा रागंगाल से उनकी पहली फिल्म थी, तमिल फ़िल्म में उन्होंने कई मनमोहन किरदार किये है, जिन्हें आज भी लोग याद करते है।1978 में उन्होने तमिल ,तेलुगु और कन्नड़ भाषाओं में 20 फिल्मे की थी।
उन्हे भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2016) से सम्मानित किया गया।
उन्होंने कई कमर्शियल रूप से सफल फिल्मो में बतौर मुख्य कलाकार काम किया है।
तभी से लोग उन्हें “सुपरस्टार” कहने लगे और वे तमिलनाडु के सबसे प्रसिद्ध शख्सियत बन गए।
जन्म
रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर 1950 को बंगलौर, मैसूर राज्य, भारत में हुआ था।
उनका पूरा नाम शिवाजीराव गायकवाड़ है ।
उनके पिता का नाम रामोजी राव और उनकी माता का नाम रमाबाई था,
उनके पिता बैंगलोर के पुलिस कांस्टेबल और माता गृहिणी थी
मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी के नाम पर ही उनका नाम शिवाजी राव रखा गया था।
रजनीकांत के पूर्वज वर्तमान पुणे के जेजुरी के पास के गाँव मावड़ी कड़े पत्थर से थे।
चार भाई-बहनो में रजनीकान्त सबसे छोटे है।
उन्होने 1981 में लाथा रंगराजन से शादी की। उनकी दो बेटियां ऐश्वर्या और सौन्दर्या हैं।
शिक्षा – रजनीकान्त की जीवनी
रजनीकान्त ने अपनी शुरुआती पढ़ाई आचार्य पाठशाला से पूरी की। इसके बाद में उन्होंने उच्च शिक्षा बैंगलोर के रामकृष्ण मिशन से पूरा किया।
इसके आलोवा उन्होने M. G. R Film and Television Institute of Tamil Nadu से अपना कोर्स पूरा किया
करियर
रजनीकांत ने बेंगलुरू में मैसूर मशीनरी में भी कुछ दिन काम किया और चावल के बोरे ट्रकों में लादने का भी काम किया जिसके लिए उन्हें 10 पैसे प्रति बोरा मिलता था। उसके बाद उन्होंने एक परीक्षा दी और बेंगलूर परिवहन सेवा से बस कंडक्टर का लाइसेंस हासिल किया।
रजनीकांत 19 मार्च, 1970 को बस चालक राजा बहादुर के साथ नौकरी पर लग गए।
इसके बाद में उन्हें थियेटर में पहला मौका मशहूर नाट्य लेखक और निदेशक टोपी मुनिअप्पा ने दिया।
महाभारत की कथा पर आधारित एक नाटक में उन्होंने उन्हें दुर्योधन का रोल दिया।
उनका अभिनय सराहा गया।
इस दौरान उनके सहकर्मी राज बहादुर ने उन्हें मद्रास फ़िल्म इंस्टिट्यूट जॉइन करने की सलाह दी।
पढ़ाई का सारा खर्चा उन्होंने उठाया। नाटकों में अभिनय के दौरान मशहूर फ़िल्म निदेशक के. बालचंदर की नजर उन पर गई। बालचंदर ने उन्हें तमिल सीखने और बोलने की सलाह दी।
रजनीकांत ने उनकी सलाह मान ली और बाद में तमिल उनके करियर में सहायक हुई।
फ़िल्म इंस्टिट्यूट की ट्रेनिंग के बाद उनकी फ़िल्मी करियर की शुरुआत हुई ।
रजनीकांत ने फ़िल्मों की दुनिया में 1975 में प्रवेश किया तब वह केवल 25 वर्ष के थे और उनकी पहली फ़िल्म ‘रागंगल’ थी। उनके अभिनय की वजह से इस फ़िल्म ने काफ़ी नाम कमाया और धीरे-धीरे इस कंडक्टर ने अपने सिगरेट पीने और चश्में पहनने की स्टाइल की वजह से तमिल फ़िल्मों में तूफान खड़ा कर दिया।
तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा उस समय रजनीकांत को गिने-चुने खलनायकों के रुप जाना जाता था।
रजनीकांत का फिल्मी सफ़र भी किसी फिल्म से कम नहीं था।
उन्होंने परदे पर पहले नकारात्मक चरित्र और विलेन के किरदार से शुरुआत की, फिर साइड रोल किये और आखिरकार एक हीरो के तौर पर अपनी पहचान बनाई।
1975 से 2019 तक
एक समय ऐसा भी था जब एक बेहतरीन अभिनेता होने के बावजूद उन्हें कई सालों तक नज़रंदाज़ किया जाता रहा पर उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हारी।
ये बात रजनीकांत के आत्मविश्वास को और विपरीत परिस्तिथियों में भी हार न मानने वाले जज्बे का परिचय देती है। रजनीकांत ने यह साबित कर दिया की उम्र केवल एक संख्या है और अगर व्यक्ति में कुछ करने की ठान ले तो उम्र कोई मायने नहीं रखती।चुटुकलों की दुनिया में रजनीकांत को ऐसे व्यक्ति के रूप में जाना जाता है जिसके लिए नामुनकिन कुछ भी नहीं और रजनीकांत लगातार इस बात को सच साबित करते रहते है।
उन्होने 65 वर्ष की उम्र में रोबोट-2 फिल्म में काम किया, उनका यही अंदाज लोगों के दिलों पर राज करता है।
रजनीकांत ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुवात 1975 में बनी तमिल फिल्म “अपूर्व रागंगल” से की थी |
इस फिल्म में निर्देशक बालचन्दर में उनको श्रीविद्या के पति का छोटा सा रोल दिया था
इस फिल्म की काफी सराहा गया और इस फिल्म को तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था
1978 में उन्होने तमिल ,तेलुगु और कन्नड़ भाषाओं में 20 फिल्मे की थी।
बैरवी वो फिल्म थी जिसमे निर्देशक भास्कर ने उनको सुपरस्टार का दर्जा दिया था।
1980 में तक साउथ इंडियन सिनेमा में रजनीकांत एक पोपुलर एक्टर बन गये थे |
इसी दौरान रजनीकांत ने एक बार तो एक्टिंग छोड़ने के फैसला ले लिया था लेकिन बाद में उन्हें राजी कर लिया गया था।उन्होंने तमिल फिल्म “बिल्ला” के साथ दमदार शुरुवात की इस फिल्म में उन्होंने डबल रोल निभाया था और ये फिल्म काफ़ी सफल रही।
इसके बाद रजनीकांत ने कई फिल्मो में डबल रोल किया।
इसके अतिरिक्त 1982 में रजनीकांत ने कई फिल्मो में तीन रोल एक साथ दे दिया।
2019 में उनकी 2.0 फिल्म आने वाली है।
फिल्मे
2019 – 2.0 | 2016 कबाली | 2010 रोबोट |
2000 बुलन्दी | 2000 आगाज़ | 1997 क्रांतिकारी |
1995 आतंक ही आतंक | 1993 इंसानियत के देवता | 1992 चोर के घर चोरनी |
1992 त्यागी | 1991 दलपति | 1991 फूल बने अंगारे |
1991 खून का कर्ज़ | 1991 फरिश्ते | 1990 किशन कन्हैया |
1989 चालबाज़ | 1988 तमाचा | 1987 उत्तर दक्षिण |
1986 असली नकली | 1986 दोस्ती दुश्मनी | 1986 भगवान दादा |
1985 वफ़ादार | 1985 आज का दादा | 1985 बेवफ़ाई |
1985 महागुरु | 1984 गंगवा | 1984 मेरी अदालत |
1984 ज़ुल्म की ज़ंजीर | 1984 इंसाफ कौन करेगा | 1984 आखिरी संग्राम |
1984 जॉन जानी जनार्दन | 1983 अंधा कानून | 1980 राम रॉबर्ट रहीम |
1979 जॉनी | 1978 प्रिया | 1977 गायत्री |
2007 शिवाजी द बॉस | 2010 एंधिरन | कोच्चीदाइयां |
2011 रा.वन | राणा | 2005 चंद्रमुखी |
1995 मुथु – तमिल फ़िल्म | 1995 बाशा – तमिल फ़िल्म | 1991 थालपथी |
1999 पदयप्पा – तमिल फ़िल्म | 2008 कुसेलन – तमिल ड्रामा फ़िल्म | 1987 मणिथन |
2002 बाबा – तमिल फैंटसी एक्शन फ़िल्म | 1981 थिलू मुलू – तमिल कॉमेडी फ़िल्म | 1992 अन्नामलाई |
1989 माप्पलाई- तमिल फ़िल्म | वीरा – तमिल फ़िल्म | 1980 पोलाधवन – तमिल फ़िल्म |
1997 अरुणांचलम – तमिल एक्शन कॉमेडी फ़िल्म | 1991 हम | 1980 मुरट्टू कलाई – तमिल फ़िल्म |
1970 मुंडरू मुडीचू – तमिल फ़िल्म | 1989 राजथी राजा – तमिल फ़िल्म | 1975 अपूर्वा रागांगल ( रजनीकान्त की पहली फिल्म) |
मुलुम मालारम – तमिल फ़िल्म | 1988 धर्माथिन थलाइवन – तमिल फ़िल्म | 1977 व्याथिनील – तमिल फ़िल्म |
1992 मनन – तमिल फ़िल्म | 1990 पनाक्करन – तमिल फ़िल्म | 1979 निनाइथले इनीक्कुम |
वेलाइकरन – तमिल फ़िल्म | 1983 अंधा क़ानून | 1980 बिल्ला – तमिल फ़िल्म |
1984 थाम्बीक्कु एंथा उरु | 2004 आर्या | 1989 चालबाज |
येजमान – एक तमिल | 1989 भ्रष्टाचार – हिन्दी फ़िल्म | 1976 अन्थुलेनी कथा – तेलुगू फ़िल्म |
नेत्री कन – तमिल फ़िल्म | 1977 अवरगल – तमिल फ़िल्म | 1978 इलामाई ऊंजल अदूकिराथू |
मुंडरू मुगम | 1978 व्यासु पिलीचिंदी – तेलुगू फ़िल्म | भूवना ओरु केलवीकुरु – तमिल फ़िल्म |
1988 ब्लड स्टोन | ठंगा मगन – तमिल फ़िल्म |
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पुरस्कार – रजनीकान्त की जीवनी
- रजनीकांत को सन 2000 में भारत सरकार ने कला क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था।
- रजनीकांत को ज्यादातर तमिल में उनकी फ़िल्मों के कई के लिए कई पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
- उन्होंने Nallavanuku Nallavan के लिए 1984 में सर्वश्रेष्ठ तमिल अभिनेता के लिए अपनी पहली फ़िल्म फेयर पुरस्कार प्राप्त किया,
- इसके बाद में उन्हे शिवाजी (2007) और एंधिरन (2010) में अपने अभिनय के लिए फ़िल्मफेयर पुरस्कार नामांकन प्राप्त किया।
- 2014 के रूप में, रजनीकांत को कई फ़िल्मों में अपने अभिनय के लिए छह तमिलनाडु राज्य फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
- उन्होंने लेखन और निर्माण में योगदान उसकी परदे पर अभिनय के लिए और ऑफ स्क्रीन सिनेमा एक्सप्रेस और Filmfans एसोसिएशन से कई पुरस्कार प्राप्त किया।
- रजनीकांत को तमिलनाडु सरकार की ओर से 1984 में Kalaimamani पुरस्कार प्राप्त किया और 1989 में M.G.R. पुरस्कार एसई सम्मानित किया गया।
- 1995 में, दक्षिण भारतीय फ़िल्म कलाकार संघ Kalaichelvam पुरस्कार से उसे प्रस्तुत किया।
- पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2016) भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया गया।
- उन्होंने कहा कि भारतीय एनडीटीवी द्वारा 2007 के लिए वर्ष के मनोरंजन के रूप में चयनित किया गया था।
- रजनीकांत भी दक्षिण एशिया Asiaweek ने में सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक नामित किया गया था।
- उन्हे 2010 के सबसे प्रभावशाली भारतीय के रूप में फोर्ब्स इंडिया द्वारा नामित किया गया था
- 2011 में, वह डिकेड पुरस्कार के मनोरंजन एनडीटीवी द्वारा वर्ष 2010 के लिए के लिए गृह मंत्रालय पी चिदंबरम ने तत्कालीन भारतीय मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। रजनीकान्त की जीवनी – Rajinikanth Biography Hindi
- दिसंबर 2013 में, उन्होंने कहा, “25 महानतम नेटवर्किंग रहने वाले महापुरूष” के बीच एक के रूप में एनडीटीवी द्वारा सम्मानित किया गया।
- 2014 में, वह गोवा में आयोजित भारत के 45 वें अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में “वर्ष के भारतीय फिल्मी हस्ती के लिए शताब्दी पुरस्कार” के साथ पेश किया गया।
राजनीतिक करियर
दिसंबर 2014 में रजनीकान्त ने अपनी पार्टी रजनी मंदरम का ऐलान किया था।
लेकिन चुनावों से पहले ही कह दिया कि वे और उनकी पार्टी 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगे ।
इसके साथ ही उन्होने यह भी साफ कर दिया था कि उनका लक्ष्य तमिलनाडू विधानसभा चुनाव है।
रजनीकान्त ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होने किसी भी राजनीतिक दल को समर्थन नहीं दिया है।
अपने राजनीतिक अटकलों पर विराम के साथ ही रजनीकान्त ने अपने प्रशंसकों को ये भी सलाह दी कि कोई भी पार्टी अपने चुनाव प्रचार अभियान के लिए उनकी फोटो और नाम का इस्तेमाल नहीं करेगा।
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