आज इस आर्टिकल में हम आपको वीनू मांकड़ की जीवनी – Vinoo Mankad Biography Hindi के बारे में बताएगे।
वीनू मांकड़ की जीवनी – Vinoo Mankad Biography Hindi
(English – Vinoo Mankad) वीनू मांकड़ भारत के महान् क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक थे।
उनको ही मैनकेडिंग का जनक कहा जाता है।
वीनू दाएँ हाथ के बल्लेबाज़ और बाएँ हाथ के स्पिन गेंदबाज़ थे।
उन्होने 1956 में पंकज राय के साथ मिलकर 413 रन की ओपनिंग साझेदारी
की थी। यह रेकॉर्ड 52 साल बाद टूटा।
संक्षिप्त विवरण
नाम | वीनू मांकड़ |
पूरा नाम | मूलवंतराय हिम्मतलाल मांकड़ |
जन्म | 12 अप्रैल 1917 |
जन्म स्थान | जामनगर, गुजरात |
पिता का नाम | – |
माता का नाम | – |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
जन्म
Vinoo Mankad का जन्म 12 अप्रैल 1917 को जामनगर, गुजरात में हुआ था।
उनका वास्तविक नाम मूलवंतराय हिम्मतलाल मांकड़ था।
वीनू दाएँ हाथ के बल्लेबाज़ और बाएँ हाथ के स्पिन गेंदबाज़ थे।
करियर – वीनू मांकड़ की जीवनी
वीनू मांकड का प्रथम श्रेणी के मैचों में कैरियर 1935 में आरंभ हुआ।
लेकिन उन्हें प्रसिद्धि 1937-38 में लार्ड टेनीसन की टीम के विरुद्ध खेलने पर मिली।
गैरसरकारी टैस्ट मैचों में उनका बल्लेबाजी का औसत 62.66 तथा गेंदबाजी में 14.53 का था जो उस समय सबसे ज्यादा था। अत: टेनीसन ने उनके बारे में कहा था कि वर्ल्ड इलेवन में उनका स्थान निश्चित है।
1946 में मांकड ने भारत के लिए इंग्लैंड में 1120 रन बनाए तथा 129 विकेट लिए।
वह एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी रहे जिसने इतने अधिक रन व विकेट का कारनामा कर दिखाया हो।
उन्होंने अपना पहला टैस्ट मैच 22 से 26 जून के बीच लार्ड्स में 1946 में खेला था।
1952 में वीनू मांकड ने एक और यादगार मैच खेला । यह मैच इंग्लैंड के विरुद्ध चेन्नई में खेला गया था।
उन्होंने 55 रन देकर 8 विकेट लिए तथा दूसरी पारी में 53 रन देकर 4 विकेट लिए उनकी श्रेष्ठ गेंदबाजी के
कारण ही भारत यह मैच इंग्लैंड से जीत सका था।
1955-56 में वीनू ने चेन्नई में न्यूजीलैंड के विरुद्ध खेलते हुए 231 रन बनाए।
1955 से 1983 तक
पंकज राय के साथ ओपनिंग पार्टनरशिप के लिए इस मैच में कुल 413 रन बने जो आज भी एक विश्व रिकॉर्ड है।
उनका अपना 213 रन का स्कोर भी वर्षों तक भारतीय क्रिकेट में एक रिकॉर्ड रहा जो 1983 में सुनील गावस्कर ने तोड़ा।
इस सीरीज में मांकड का औसत 105 का रहा ।
1947 में वीनू मांकड लीग क्रिकेट खेलने इंग्लैंड चले गए थे ।
वह सर्दियों में भारत में खेल के लिए उपलब्ध रहते थे।
उन्हें 1947 में विज्डन द्वारा ‘क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ चुना गया ।
1952 में जब भारतीय टीम इंग्लैंड खेलने गई थी तब उन्हें केवल टैस्ट मैच खेलने की छूट दी गई थी।
वास्तव में लार्ड्स क्रिकेट उनका उस सीजन का प्रथम श्रेणी का मैच था ।
1954-55 में मांकड ने पाकिस्तान में भारतीय टीम की कप्तानी भी की थी।
अपने प्रथम श्रेणी के मैचों में उन्होंने कुल 11480 रन बनाए, जिनका औसत 34.78 रहा तथा 24.60 के औसत से 774 विकेट लिए ।
वह बल्लेबाज के रूप में एकाग्रता की मजबूत शक्ति रखते थे और उनकी बचाव की शक्ति कमाल की थी।
उन्होंने पंकज राय के साथ खेलते हुए क्रीज पर 8 घंटे बिताए। गेंदबाज के रूप में वीनू धीमी गति के बाएं हाथ के पुराने फैशन के ‘आर्थोडॉक्स टाइप’ गेंदबाज थे। वह प्राकृतिक रूप से लेगब्रेक के साथ बीच में एक तेज गेंद फेंक देते थे जिससे उन्हें विकेट आसानी से मिल जाते थे ।
उन्होंने अंतिम टैस्ट 6 से 11 फरवरी के बीच 1959 में दिल्ली में वेस्ट इंडीज के विरुद्ध खेला
क्रिकेट में योगदान
वीनू मांकड़ ने भारत के लिए 44 टेस्ट मैचों में 31.47 की औसत से पांच टेस्ट शतक और 6 अर्द्धशतक सहित 2109 रन बनाए।
इनका शीर्ष स्कोर 231 रहा और साथ ही साथ गेंदबाज़ी में 32.32 की औसत से 162 विकेट भी लिये।
इसके अतिरिक्त इन्होंने 233 प्रथम श्रेणी मैचों में 34.70 की औसत से 26 शतक और 52 अर्द्धशतक सहित 11,591 रन और गेंदबाज़ी में 24.53 के शानदार औसत से 782 विकेट भी लिए।
मृत्यु – वीनू मांकड़ की जीवनी
Vinoo Mankad की मृत्यु 21 अगस्त 1978 को मुंबई में हुआ था।
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