मीरा साहिब फातिमा बीबी सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश हैं। 1989 में इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्हें 3 अक्टूबर 1993 को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सदस्य बनाया गया। वे तमिलनाडू की पूर्व राज्यपाल भी रह चुकी हैं. तो आइए आज हम आपको इस आर्टिकल में मीरा साहिब फातिमा बीबी की जीवनी – Fathima Beevi Biography Hindi के बारे में बताएगे।
मीरा साहिब फातिमा बीबी की जीवनी – Fathima Beevi Biography Hindi
जन्म
एम. फातिमा बीवी का जन्म 30,अप्रैल,1927 को केरल के पथानामथिट्टा में हुआ था। उनका पूरा नाम मीरा साहिब फातिमा बीबी है। उनके पिता का नाम मीरा साहिब और माँ का नाम खदीजा बीबी है।
शिक्षा
मीरा साहिब फातिमा बीबी प्राथमिक शिक्षा कैथीलोकेट हाई स्कूल, पथानामथिट्टा से पूरी हुई। उन्होने यूनिवर्सिटी कॉलेज, त्रिवेंद्रम से स्नातक और लॉ कॉलेज, त्रिवेंद्रम से एल एल बी किया था।
करियर
- 14 नवम्बर 1950 को वे अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत हुयी,
- मई, 1958 में केरल अधीनस्थ न्यायिक सेवा में मुंसिफ़ के रूप में नियुक्त हुयी,
- 1968 में वे अधीनस्थ न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुयी।
- 1972 में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त हुई।
- 1974 में जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया।
- 1980 में आयकर अपीलीय ट्रिब्यूनल की न्यायिक सदस्य बनी
- 8 अप्रैल 1983 को उन्हें उच्च न्यायालय में एक न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया।
- 06 अक्टूबर 1989 को वे सर्वोच्च न्यायालय की न्यायाधीश नियुक्त हुई।
सेवानिवृति
- सर्वोच्च न्यायालय की न्यायाधीश के पद से 24 अप्रैल 1992 को मीरा साहिब फातिमा बीबी सेवा निवृत हुई।