मिट्ठू लाल अग्रहरि की जीवनी :- मिट्ठू लाल अग्रहरि उत्तर प्रदेश प्रांत से एक स्वतंत्रता सेनानी थे।
उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको मिट्ठू लाल अग्रहरि के जीवन के बारे में बताएंगे
मिट्ठू लाल अग्रहरि की जीवनी – Mithu Lal Agarhari Biography Hindi
जन्म
मिठूलाल अग्रहरि का जन्म उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के शाहगंज के पश्चिम पक्का पोखरा में हुआ था ।
- उत्तर प्रदेश के जौनपुर ज़िला के शाहगंज के पश्चिमी कौड़िया पक्का पोखरा निवासी मिट्ठूलाल अग्रहरी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेज़ सरकार के दाँत खट्टे कर दिये थे।
- सेनानी मिट्ठूलाल को 3 सितंबर 1942 को गिरफ्तार करके उने विरुद्ध 38 व 35 (4) डी आय आर में मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया था।
- इस दौरान वें 6 माह तक कारावास मे रहे।
- जेल से बाहर आने के बाद भी वे देश को आज़ादी दिलाने के लिए संघर्षरत रहे।
- 105 वर्षीय वयोवृद्ध सेनानी मिट्ठूलाल अग्रहरि 5 अक्टूबर 2009 को सुबह 8 बजे हृदयघात के कारण निधन हो गया।
- अश्रुपूरित नयनों के बीच श्री अग्रहरी को गार्ड आफ फादर सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
स्वतंत्रता संग्राम में योगदान
मिट्ठू लाल अग्रहरि ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों के दांत खट्टे किए थे।
मूल रूप से आजमगढ़ जनपद के निवासी स्वतंत्रता सेनानी मिट्ठू लाल को 3 सितंबर 1942 को गिरफ्तार करके
उनके विरुद्ध 38 तथा 35(4) डी.आई.आर. में मुकदमा पंजीकृत कर जेल में भेज दिया गया था।
इस दौरान उन्हें 6 महीने तक जेल में रहना पड़ा। जेल से वापिस आने के बाद भी मिट्ठू लाल अग्रहरि देश की आजादी के लिए निरंतर संघर्ष करते रहे।
सम्मान
भीगे हुए नैनो के साथ श्री अग्रहरी को गार्ड आफ फादर सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
मृत्यु
मिट्ठू लाल अग्रहरि का 5 अक्टूबर 2009 में 105 वर्ष की आयु में हार्ड अटैक के कारण उनकी मृत्यु हो गई।