सत्यमेव दुबे (English – Satyadev Dubey) मशहूर पटकथा लेखक , भारतीय रंगमंच निर्देशक, अभिनेता, नाटककार और चलचित्र अभिनेता तथा निर्देशक थे।
उनका पहला सपना क्रिकेटर बनाने का था जो उन्हे मुंबई खींच लाया लेकिन मायानगरी आकार उन्हे थिएटर ने आकर्षित किया।
धर्मवीर भारती के नाटक अंधायुग को सबसे पहले सत्यमेव जी ने ही लोकप्रियता दिलाई।
19 सितंबर 2011 को उन्हे पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सत्यमेव दुबे की जीवनी – Satyadev Dubey Biography Hindi

संक्षिप्त विवरण
नाम | सत्यमेव |
पूरा नाम | सत्यमेव दुबे |
जन्म | 19 मार्च 1936 |
जन्म स्थान | बिलासपुर, छत्तीसगढ़ |
पिता का नाम | – |
माता का नाम | – |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
जाति | – |
जन्म
Satyadev Dubey का जन्म 19 मार्च 1936 को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हुआ।
उनका पहला सपना क्रिकेटर बनाने का था जो उन्हे मुंबई खींच लाया लेकिन मायानगरी आकार उन्हे थिएटर ने आकर्षित किया।
वे इब्राहिम अलकाज़ी द्वारा संचालित एक थिएटर समूह थिएटर यूनिट से जुड़ गए।
इसके बाद में जब अल्काज़ी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का नेतृत्व करने के लिए दिल्ली रवाना हो गए, तो उन्होंने थिएटर यूनिट की कमान संभाली
और भारतीय थिएटर में कई महत्वपूर्ण नाटकों का निर्माण किया।

कार्यक्षेत्र
धर्मवीर भारती के नाटक अंधा युग को सबसे पहले सत्यदेव दुबे ने ही लोकप्रियता दिलाई।
इसके अलावा गिरीश कर्नाड के आरंभिक नाटक ययाति और हयवदन, बादल सरकार के एवं इंद्रजीत और पगला घोड़ा, मोहन राकेश के आधे अधूरे और विजय तेंदुलकर के खामोश अदालत जारी है जैसे नाटकों को भी सत्यदेव दुबे के कारण ही पूरे देश में अलग पहचान मिली।
फ़िल्में
अंकुर (1971)
निशांत (1975)
भूमिका (1977)
जुनून (1978)
कलयुग (1980)
आक्रोश (1980)
विजेता (1982)
मंडी (1983)
पुरस्कार
- 1971 में सत्यमेव दुबे को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया।
- 1978 में उन्होंने श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित हिंदी चलचित्र भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ पटकथा का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त किया।
- 1980 में उन्हें जुनून के लिए सर्वश्रेष्ठ संवाद का पुरस्कार मिला।
- 19 सितंबर 2011 को उन्हे पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मृत्यु
Satyadev Dubey की मृत्यु 25 दिसंबर 2011 को मुंबई में हुई।