भगवत दयाल शर्मा हरियाणा राज्य के पहले मुख्यमंत्री थे। उन्होने ‘भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ में भी योगदान दिया था। अपने कार्यकर्ताओं के बीच भगवत दयाल शर्मा ‘पण्डितजी’ के नाम से प्रसिद्ध थे। बी. डी. शर्मा 23 सितम्बर, 1977 को उड़ीसा के राज्यपाल बनाये गए थे। इसके बाद वे 1980 से 1984 तक मध्य प्रदेश राज्य के भी राज्यपाल रहे। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको भगवत दयाल शर्मा की जीवनी – B. D. Sharma Biography Hindi के बारे में बताएगे।
Read This -> जस मानक की जीवनी – Jass Manak Biography Hindi
भगवत दयाल शर्मा की जीवनी – B. D. Sharma Biography Hindi
जन्म
भगवत दयाल शर्मा जी का जन्म 28 जनवरी, 1918 को हरियाणा के रोहतक ज़िले में ‘बैरो’ में हुआ था। उनके पिता का नाम पण्डित मुरारीलाल शर्मा था। भगवत दयाल शर्मा का विवाह सावित्री देवी से हुआ था। उनके तीन बेटे तथा तीन बेटियाँ है।
शिक्षा
भगवत दयाल शर्मा ने अपनी एम.ए. की डिग्री ‘बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय’, उत्तर प्रदेश से ग्रहण की थी। इसके बाद में डी.लिट की उपाधि ‘महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय’, रोहतक से प्राप्त की। वाचन करने और शतरंज खेलने में भगवत दयाल जी की विशेष रुचि थी। इसके अलावा आदिवासी हरिजनों तथा कमज़ोर वर्गों के कल्याणकारी कार्यों को करने में भी उनके रुचि थी।
Read This -> पुरुषोत्तम दास टंडन की जीवनी – Purushottam Das Tandon Biography Hindi
करियर
- पूर्व में भगवत दयाल शर्मा कांग्रेस और संगठन कांग्रेस से संबद्ध रहे। 1941-46 में उन्होने ‘भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ में भाग लिया।
- 1941 में एक वर्ष की जेल यात्रा की और फिर 1942 में साढ़े तीन वर्ष की जेल की सज़ा काटी।
- भगवत दयाल शर्मा 1959-61 में क्षेत्रीय ‘भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस’, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के सेक्रेटरी तथा प्रसीडेन्ट रहे।
- 1959-65 में वे ‘भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे।
- 1959 में ‘भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस’ की वकिग कमेटी के सदस्य और 1960-61 में उसके संगठन सचिव रहे।
- उन्होंने ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक संघ’ में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया।
- 1963 और 1964-66 में भगवत दयाल शर्मा ‘पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी’और 1966 में ‘हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी’ के प्रसीडेन्ट रहे।
- भगवत दयाल शर्मा 1968 में हरियाणा में संयुक्त मोर्चे के नेता निर्वाचित हुए थे।
भगवत दयाल शर्मा 1970-71 में ‘अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी’ की वकिंग कमेटी के सदस्य भी रहे। - 1962-66 में भगवत दयाल शर्मा ‘पंजाब विधान सभा’ के सदस्य तथा ‘श्रम और सहकारिता’ के राज्यमंत्री रहे।
- 1966-67 में आप हरियाणा राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री रहे।
- 1968-74 तक भगवत दयाल शर्मा राज्य सभा के सदस्य रहे।
- मार्च-सितम्बर, 1977 में वे करनाला निर्वाचन क्षेत्र से छठवीं लोक सभा के सदस्य रहे।
- 23 सितम्बर, 1977 को भगवत दयाल शर्मा उड़ीसा के राज्यपाल नियुक्त किये गये।वे
- उड़ीसा राज्य की कई सामाजिक और सांस्कृतिक संस्थाओं के सरंक्षक रहे।
- जगन्नाथ मंदिर की प्रशासनिक कमेटी से सक्रिय रूप में भी भगवत दयाल शर्मा संबद्ध रहे।
- इसके बाद भगवत दयाल शर्मा ने 30 अप्रैल, 1980 को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का पद ग्रहण किया और इस पद वे 14 मई, 1984 तक रहे।
- 1957 और 1958 में भगवत दयाल शर्मा ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन’ (जेनेवा), स्टि्जरलैंड में भारतीय श्रमिकों का दो बार प्रतिनिधित्व करने वाले शिष्टमण्डल के सदस्य रहे।
Read This -> हिटलर की जीवनी – Hilter Biography Hindi
मृत्यु
भगवत दयाल शर्मा जी की मृत्यु 22 फरवरी, 1993 को हुई।