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किशोर कुमार की जीवनी – Kishore Kumar Biography Hindi

किशोर कुमार महान गायक, पार्श्वगायक, अभिनेता, संगीतकार, गीतकार, निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक थे। उन्होने 1946 में आई फिल्म शिकारी से बतौर अभिनेता करियर की शुरुआत की। लेकिन संगीत प्रेम के चलते वह गायकी करने लगे। छह सौ से भी अधिक हिन्दी फिल्मों के लिए गाने गाये। मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू , मेरे नैना सावन भादो, ए मेरे दिल के चैन जैसे एक से बढ़कर एक गाने गाये। उन्हे आठ बार फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया। तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको किशोर कुमार की जीवनी – Kishore Kumar Biography Hindi के बारे में बताएगे।

किशोर कुमार की जीवनी – Kishore Kumar Biography Hindi

किशोर कुमार की जीवनी - Kishore Kumar Biography Hindi

जन्म

किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को खंडवा, केंद्रीय प्रांत (अब मध्य प्रदेश), ब्रिटिश भारत में हुआ था। उनका वास्तविक नाम आभास कुमार गांगुली था। उनके पिता का नाम कुंजलाल गांगुली (गंगोपाध्याय) था जोकि एक वकील थे। उनकी माता का नाम गौरी देवी था जोकि एक अमीर बांग्ला परिवार से थीं। वे चार भाई बहन थे उनका नाम अशोक कुमार (अभिनेता), अनूप कुमार (अभिनेता) बहन का नाम सती देवी था। किशोर कुमार की पहली शादी रुमा देवी के से हुई थी, लेकिन जल्दी ही शादी टूट गई और इस के बाद उन्होंने मधुबाला के साथ विवाह किया। उस दौर में दिलीप कुमार जैसे सफल और शोहरत की बुलंदियों पर पहुँचे अभिनेता जहाँ मधुबाला जैसी रूप सुंदरी का दिल नहीं जीत पाए, वहीं मधुबाला किशोर कुमार की दूसरी पत्नी बनी। 1961 में बनी फ़िल्म ‘झुमरु’ में दोनों एक साथ आए। यह फ़िल्म किशोर कुमार ने ही बनाई थी और उन्होंने ख़ुद ही इसका निर्देशन किया था। इसके बाद दोनों ने 1962 में बनी फ़िल्म ‘हाफ़ टिकट’ में एक साथ काम किया, जिसमें किशोर कुमार ने यादगार कॉमेडी कर अपनी एक अलग छवि पेश की। 1976 में उन्होंने योगिता बाली से शादी की, मगर इन दोनों का यह साथ मात्र कुछ महीनों का ही रहा। इसके बाद योगिता बाली ने मिथुन चक्रवर्ती से शादी कर ली। 1980 में किशोर कुमार ने चौथी शादी लीना चंद्रावरकर से की जो उम्र में उनके बेटे अमित से दो साल बड़ी थीं।

शिक्षा

किशोर कुमार ने इन्दौर के क्रिश्चियन कॉलेज से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की।

करियर

बॉम्बे (अब मुंबई) का दौरा करने के बाद, अभास कुमार ने अपना नाम बदलकर किशोर कुमार ’रख लिया और अपने करियर की शुरुआत बॉम्बे टॉकीज़’ में एक कोरस गायक के रूप में की, जहाँ उनके भाई अशोक ने काम किया।

म्यूजिक डायरेक्टर खेमचंद प्रकाश ने किशोर को फिल्म जिद्दी (1948) से मुझसे प्यार करूं मंगू गाने का मौका दिया। एक गायक के रूप में किशोर को संगीत में औपचारिक प्रशिक्षण नहीं मिला, वह के एल सहगल से काफी प्रभावित थे और अक्सर उनके गायन की नकल करते थे। किशोर ने बाद में गायन की अपनी शैली विकसित की जिसमें, यॉडलिंग, ’लिखा था, जिसे उन्होंने टेक्स मॉर्टन और जिम्मी रॉजर्स के रिकॉर्ड पर सुना था। उन्होंने उस समय के कई संगीत निर्देशकों के साथ एक गायक के रूप में काम किया है, जैसे कि एसडी बर्मन, आरडी बर्मन, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, कल्याणजी-आनंदजी, अनु मलिक, और आशा भोसले और लता मंगेशकर, मोहम्मद रफ़ी, अनुराधा पौडवाल जैसे गायकों के साथ युगल गीत रिकॉर्ड किए हैं। , अलका याग्निक, हरिहरन, उदित नारायण।

वह धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, शम्मी कपूर, शशि कपूर, विनोद खन्ना, मिथुन चक्रवर्ती, दिलीप कुमार, ऋषि कपूर, अनिल कपूर, संजय दत्त, सनी देओल, राकेश रोशन, रजनीकांत, गोविंदा और कई अन्य बॉलीवुड अभिनेताओं की आवाज़ बन गए। उन्होने 1946 में आई फिल्म शिकारी से बतौर अभिनेता करियर की शुरुआत अपने भाई अशोक के साथ की, जिन्होंने फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई। किशोर कुमार की जीवनी – Kishore Kumar Biography Hindi  

उन्होंने फिल्म अंदोलन (1951) में मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने हृषिकेश मुखर्जी के निर्देशन में बनी फिल्म मुसाफिर (1957) में काम किया। एक अभिनेता के रूप में, उन्होंने कई हिट फिल्मों जैसे चलती का नाम गाड़ी (1958), आधा टिकट (1962), और पड़ोसन (1968) में काम किया। )। 1987 में उनकी मृत्यु के बाद रिलीज़ हुई फ़िल्में थीं। 1989 में, ममता की छाँव में रिलीज़ हुई और 2013 में, लव इन बॉम्बे रिलीज़ हुई, जो 1971 में बनी थी। अभिनेता के रूप में उनकी अंतिम उपस्थिति फिल्म डोर वाडियों में नहीं (1980) में थी। किशोर कुमार ने 14 फ़िल्में लिखी और बनाई हैं, जिनमें से कई रिलीज़ नहीं हुईं। झुमरू (1961) एक निर्माता और एक संगीत निर्देशक के रूप में उनकी पहली फिल्म थी। हम दो डाकू (1967) उनका निर्देशन था। एक संगीतकार के रूप में उनकी कुछ उल्लेखनीय रचनाएँ कोई है दम ना रहना, आ चल के तुझ, और बेकरार दिल तू गे भी शामिल हैं। उन्होने छह सौ से भी अधिक हिन्दी फिल्मों के लिए गाने गाये। मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू , मेरे नैना सावन भादो, ए मेरे दिल के चैन जैसे एक से बढ़कर एक गाने गाये।

फिल्में

  • 1988 कौन जीता कौन हारा
  • 1982 चलती का नाम गाड़ी
  • 1974 बढ़ती का नाम दाढ़ी
  • 1971 दूर का राही
  • 1971 हंगामा
  • 1968 साधू और शैतान
  • 1968 पड़ोसन
  • 1968 हाय मेरा दिल
  • 1966 प्यार किये जा
  • 1966 लड़का लड़की
  • 1964 दूर गगन की छाँव में
  • 1964 मिस्टर एक्स इन बॉम्बे
  • 1962 हाफ टिकट
  • 1962 मनमौजी
  • 1962 नॉटी बॉय
  • 1961 झुमरू
  • 1960 गर्ल फ्रैंड
  • 1960 महलों के ख़्वाब
  • 1960 काला बाज़ार
  • 1959 चाचा ज़िन्दाबाद
  • 1958 चलती का नाम गाड़ी
  • 1958 रागिनी
  • 1957 आशा
  • 1957 मिस मैरी
  • 1957 बंदी
  • 1956 भाई भाई
  • 1956 पैसा ही पैसा
  • 1956 ढाके की मलमल
  • 1956 मेम साहिब
  • 1955 भगवत महिमा
  • 1955 पहली झलक
  • 1955 बाप रे बाप
  • 1954 नौकरी
  • 1954 धोबी डॉक्टर
  • 1953 लड़की
  • 1952 तमाशा
  • 1946 शिकारी

गाने (songs)

गीतफ़िल्मसंगीतकार
हमें और जीने की चाहत न होती…अगर तुम न होतेराहुल देव बर्मन
आदमी जो कहता है…मजबूरलक्ष्मीकांत प्यारेलाल
आने वाला पल जाने वाला है…गोलमाल (1979)राहुल देव बर्मन
ओ मेरे दिल के चैन…मेरे जीवन साथीराहुल देव बर्मन
कोई हमदम न रहा…झूमरूकिशोर कुमार
खाईके पान बनारस वाला…डॉन (1978)कल्याणजी-आनंदजी
ख्वाब हो तुम या कोई हक़ीकत कौन हो तुम बतलाओ…तीन देवियाँराहुल देव बर्मन
गीत गाता हूँ मैं…लाल पत्थरशंकर जयकिशन
घुँघरू की तरह बजता ही रहा हूँ मैं…चोर मचाये शोररविन्द्र जैन
चलते चलते मेरे ये गीत…चलते चलतेबप्पी लहरी
चिंगारी कोई भड़के…अमरप्रेमराहुल देव बर्मन
छूकर मेरे मन को…यारानाराजेश रोशन
जीवन से भरी तेरी आँखें…सफ़रकल्याणजी-आनंदजी
तेरी दुनिया से, होके मजबूर चला…पवित्र पापीप्रेम धवन
दिल आज शायर है…गैम्बलरसचिन देव बर्मन
दिल ऐसा किसी ने मेरा तोड़ा…अमानुषश्यामल मित्रा
दीवाना लेके आया है…मेरे जीवन साथीराहुल देव बर्मन
दुखी मन मेरे, सुन मेरा कहना…फंटूशसचिन देव बर्मन
प्यार दीवाना होता है…कटी पतंगराहुल देव बर्मन
फिर वोही रात है…फिर वो ही रातराहुल देव बर्मन
फूलों का तारों का…हरे रामा हरे कृष्णाराहुल देव बर्मन
माना जनाब ने पुकारा नहीं…पेइंग गेस्टसचिन देव बर्मन
मुसाफ़िर हूँ यारो…परिचयसचिन देव बर्मन
मेरा जीवन कोरा काग़ज़ कोरा ही रह गया…कोरा काग़ज़कल्याणजी आनंदजी
मेरी भीगी भीगी सी…अनामिकाराहुल देव बर्मन
मेरे नैना सावन भादों…महबूबाराहुल देव बर्मन
मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू…आराधनासचिन देव बर्मन
ये जीवन है…पिया का घरलक्ष्मीकांत प्यारेलाल
ये दिल न होता बेचारा…ज्वेल थीफसचिन देव बर्मन
ये शाम मस्तानी, मदहोश किये जाये…कटी पतंगराहुल देव बर्मन
रिम झिम गिरे सावन…मंज़िलराहुल देव बर्मन
रोते हुए आते हैं सब…मुकद्दर का सिकंदरकल्याणजी आनंदजी
सागर जैसी आँखों वाली…सागरराहुल देव बर्मन
हम हैं राही प्यार के…नौ दो ग्यारहसचिन देव बर्मन
हमें तुमसे प्यार कितना…कुदरतराहुल देव बर्मन
ज़िंदगी इक सफ़र है सुहाना…अंदाज़शंकर जयकिशन
ज़िंदगी प्यार का गीत है…सौतनऊषा खन्ना

विवाद

  • 1980 दशक के मध्य में, उनके अमिताभ बच्चन के साथ कटु-संबंध स्थापित हो गए, क्योंकि अमिताभ ने किशोर कुमार की प्रोडक्शन कंपनी के तहत बनने वाली फिल्म “ममता की छाओं में” अतिथि की भूमिका निभाने से इनकार कर दिया। किशोर कुमार ने अमिताभ बच्चन के लिए गीत गाने बंद कर दिए। हालांकि, कुछ साल बाद किशोर ने अमिताभ की फिल्म “तूफ़ान” में ‘ आया आया तूफ़ान’ गीत गया।
  • उनकी तीसरी पत्नी योगीता बाली ने उनसे तलाक ले लिया, और मिथुन चक्रवर्ती के साथ शादी कर ली। इसके बाद किशोर ने मिथुन चक्रवर्ती के लिए गीत गाने बंद कर दिए। हालांकि उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती के लिए लंबे समय तक गीत नहीं गया लेकिन बाद में मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म सुरक्षा (1979) और उनकी हिट फिल्म डिस्को डांसर, फरेब (1983), वक़्त की आवाज़ (1988) के लिए गीत गया।
  • भारतीय आपातकाल (1975-1977) के दौरान, जब संजय गांधी ने मुंबई में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) रैली के लिए गायन करने के लिए किशोर कुमार से संपर्क किया,तो उन्होंने इस प्रस्ताव से इनकार कर दिया। नतीजतन, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने किशोर कुमार के गाने को दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारित करने का प्रतिबंध लगा दिया। यह प्रतिबंध 4 मई 1976 से आपातकाल के अंत तक लगा रहा।
  •  1960 के दशक में, वह शूटिंग में देर से आने के लिए सुखियत थे। वह शूटिंग बीच में ही छोड़ कर चले जाने के लिए भी जाने जाते थे, लगातार फ्लॉप होती फिल्मों की वजह से वो इनकम टैक्स के जाल में फास गए।

पुरस्कार

किशोर कुमार को आठ फ़िल्म फेयर अवार्ड मिले हैं। किशोर कुमार को पहला फ़िल्म फेयर अवार्ड 1969 में ‘अराधना’ फ़िल्म के गीत ‘रूप तेरा मस्ताना प्यार मेरा दीवाना’ के लिए दिया गया था।

मृत्यु

किशोर कुमार की 13 अक्टूबर 1987 को उन्हें दिल का दौरा पड़ा के कारण मृत्यु हो गई।

Sonu Siwach

नमस्कार दोस्तों, मैं Sonu Siwach, Jivani Hindi की Biography और History Writer हूँ. Education की बात करूँ तो मैं एक Graduate हूँ. मुझे History content में बहुत दिलचस्पी है और सभी पुराने content जो Biography और History से जुड़े हो मैं आपके साथ शेयर करती रहूंगी.

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